Edited By ,Updated: 27 Jan, 2015 10:24 AM
किरन बेदी के लिए एक महिला ने अपनी लाखों रूपए की जॉब छोड़ दी। दिल्ली के विश्वास नगर विधानसभा क्षेत्र के जागृति एनक्लेव में रहने वालीं डॉ. मंजू राकेश ने बीजेपी की सीएम कैंडिडेट किरन बेदी का साथ देने के लिए सीईओ की पोस्ट और लाखों रुपए की
नई दिल्ली: किरन बेदी के लिए एक महिला ने अपनी लाखों रूपए की जॉब छोड़ दी। दिल्ली के विश्वास नगर विधानसभा क्षेत्र के जागृति एनक्लेव में रहने वालीं डॉ. मंजू राकेश ने बीजेपी की सीएम कैंडिडेट किरन बेदी का साथ देने के लिए सीईओ की पोस्ट और लाखों रुपए की नौकरी छोड़ दी।
वह 25 साल से यह जॉब कर रही थीं। मंजू एक मल्टिनैशनल फार्मेस्युटिकल कंपनी में बतौर सीईओ काम कर रही थीं। मंजू का कहना है कि देश सेवा का जज्बा उन्हें यहां तक खींच लाया। पूरी दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए उन्होंने बीजेपी और किरन बेदी के साथ जुडऩे का फैसला लिया है।
बेदी अपना नामांकन दाखिल करने के लिए डॉ. हर्षवर्धन समेत कई बीजेपी नेताओं के साथ जिस खुली जीप में पांच किलोमीटर का सफर तय कर निर्वाचन अधिकारी के ऑफिस में पहुंची थीं, उस जीप को मंजू राकेश ही चला रही थीं। उनके पति पेशे से डॉक्टर हैं और उनके दो बच्चे हैं। उन्होंने यह फैसला क्यों किया, इस सवाल पर मंजू का कहना है कि वे कॉलेज टाइम से ही किरन बेदी से प्रभावित रही हैं लेकिन अपनी पारिवारिक व्यस्तताओं के चलते राजनीति में नहीं आ पा रही थीं।
उनका कहना है, 'पिछले पचास साल में मैंने बहुत नाम कमाया और पैसा भी। इस दौरान समाज ने मुझे सब कुछ दिया है और अब मैं समाज को कुछ लौटाना चाहती हूं।' मंजू बताती हैं, 'कॉलेज के दिनों में जब सहेलियां मुझे जूनियर बेदी कहकर बुलाती थीं तो काफी अच्छा लगता था। मंजू के पिता और भाई भी पिछले काफी लंबे समय से बीजेपी से जुड़े रहे हैं।