Edited By ,Updated: 27 Jan, 2015 12:56 PM
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को करीब 112 मिनट तक जान का खतरा था। खुफिया एजेंसियों को खबर मिली कि 26 जनवरी को परेड के दौरान आतंकवादी फर्जी आईकार्ड के साथ पुलिस या सेना की वर्दी में
नई दिल्ली: खुफिया एजेंसियों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को करीब 112 मिनट तक जान का खतरा था। खुफिया एजेंसियों को खबर मिली कि 26 जनवेरी को परेड के दौरान आतंकवादी फर्जी आईकार्ड के साथ पुलिस या सेना की वर्दी में राजपथ में घुस सकते हैं। बता दें कि ये हथकंडा आतंकवादी दुनिया के कई मुल्कों में पहले भी आजमा चुके हैं।
खबर मिलते ही भारतीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स भी चौकन्ने हो गए। इसके बाद फैसला लिया गया कि सबसे पहले खुद उन सुरक्षाकर्मियों को खंगाला जाएगा जिनकी ड्यूटी राजपथ पर है। क्योंकि उसी राजपथ पर बराक ओबामा खुले आसमान के नीचे 112 मिनट बैठने जा रहे थे।
खबर मिलते ही अमेरिकी सीक्रेट सर्विस अलर्ट हो गए। फौरन भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिल कर राजपथ की सुरक्षा के लिए नई प्लानिंग बनी। राजपथ को जाने वाले सारे रास्तों को कुल 13 हिस्सों में बांट दिया गया। इन 13 के 13 रस्तों की एंट्री प्वाइंट पर निगरानी की गई। इसकी जिम्मेदारी डीसीपी लेवल के अफसर ने ली।
112 मिनटों के दौरान राजपथ पर बराक ओबामा के सामने से कुल 25 झांकियां गुजरीं। इन सभी झांकियों में शामिल लोगों की भी पुख्ता तरीके से पहचान की गई। इस तरह टाईट सिक्योरटी से बराक ओबामा और वहां बैठी तमाम जनता को कड़ी सुरक्षा प्रदान की गई।