Edited By ,Updated: 29 Jan, 2015 04:33 AM
2014 के आम चुनावों में पश्चिम दिल्ली से ‘आप’ प्रत्याशी जरनैल सिंह अपना पहला चुनाव भाजपा विधायक प्रवेश साहब सिंह से हार गए।
नई दिल्ली : 2014 के आम चुनावों में पश्चिम दिल्ली से ‘आप’ प्रत्याशी जरनैल सिंह अपना पहला चुनाव भाजपा विधायक प्रवेश साहब सिंह से हार गए। उनको 3,82,809 वोट मिले और दौड़ में वह दूसरे स्थान पर रहे। 2 अन्य आजाद प्रत्याशियों जरनैल सिंह को 90 हजार से अधिक वोट मिले। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में जरनैल सिंह पश्चिम दिल्ली के राजौरी गार्डन से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार भी उनको 2 अन्य जरनैल सिंह का सामना करना पड़ रहा है।
‘आप’ के प्रत्याशी जरनैल सिंह ने कहा कि यह भाजपा का प्रयास है कि मेरे वोटों को काटा जाए। उसके पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं है। भाजपा ने न तो प्रचार किया और न ही निर्वाचन क्षेत्र में उसके पोस्टर दिखाई दे रहे हैं। यह सब कुछ मतदाताओं को भ्रम में डालने और मतदान के दिन लोगों को भ्रमित करने के लिए किया जा रहा है। मेरे दावे की पुष्टि इस बात से होती है कि लोकसभा चुनावों में 2 स्वतंत्र जरनैल सिंह ने 90 हजार से अधिक वोट प्राप्त किए, इस बार भी 2 और जरनैल सिंह मैदान में हैं।
जरनैल सिंह पूर्व पत्रकार से समाज सेवक बने हैंजिन्होंने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम पर जूता फैंका था। प्रत्येक व्यक्ति पश्चिम दिल्ली में मुझे जानता है। मैं सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहा हूं। लोगों ने मुझे वोट दिया, इसलिएनहीं कि मैं ‘आप’ से संबंधित हूं मगर इसलिए क्योंकि मैं जाना-पहचाना चेहरा हूं।
राजौरी गार्डन में ‘आप’ प्रत्याशी को चुनौती देने वालों में 57 वर्षीय बिजनैसमैन और 60 वर्षीय मैकेनिक हैं। दोनों के नाम जरनैल सिंह हैं। 57 वर्षीय बिजनैसमैन ने कहा है कि वह बदलाव लाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। मैंने गुरुद्वारा स्कूल में स्थानीय चुनाव लड़ा था। इस बार मैंने विधानसभा चुनाव लडऩे का फैसला किया है क्योंकि मैं महसूस करता हूं कि लोगों की मदद करने के गुण मुझमें हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं ताकि ‘आप’ के प्रत्याशी जरनैल सिंह के वोट काटे जाएं, उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है और प्रत्येक व्यक्ति को चुनाव लडऩे का अधिकार है मगर मैकेनिक जरनैल सिंह ने दावा किया कि इन चुनावों के लिए उनके पास कोई एजैंडा नहीं।
यह उनका पहला चुनाव है। उन्होंने कहा कि हम निर्दलीय प्रत्याशी हैं। न हम इधर के हैं, न उधर के। देखते हैं क्या होता है। क्या वह ‘आप’ के वोटों को काटने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि लोग अंधे नहीं हैं। वोट देने से पहले वे सोचेंगे, पश्चिम दिल्ली के तिलक नगर में भी एक से अधिक जरनैल सिंह के चुनाव लडऩे से स्थिति रोचक बनी हुई है। तिलक नगर से ‘आप’ के पूर्व विधायक जरनैल सिंह को मुंदका निवासी 42 वर्षीय जरनैल सिंह का सामना करना पड़ रहा हैं। पूर्व ‘आप’ विधायक ने कहा कि ऐसा मतदाताओं को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। वहीं 42 वर्षीय जरनैल सिंह ने दावा किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में काफी संख्या में समर्थक हैं।