Edited By ,Updated: 29 Jan, 2015 05:55 PM
सरकार द्वारा कल देर रात सुजाता सिंह के कार्यकाल में ‘कटौती’ किए जाने के बाद विदेश सचिव बनाए गये एस जयशंकर ने अपना कार्यभार संभाल लिया है।
नई दिल्ली: सरकार द्वारा कल देर रात सुजाता सिंह के कार्यकाल में ‘कटौती’ किए जाने के बाद विदेश सचिव बनाए गये एस जयशंकर ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। वर्ष 1977 बैच के आईएफएस अधिकारी जयशंकर ने कहा, ‘‘सरकार की प्राथमिकताएं मेरी प्राथमिकताएं हैं।’’ उन्होंने अपनी नई भूमिका को ‘‘सम्मान और बड़ी जिम्मेदारी’’ करार दिया।
साउथ ब्लॉक में जिस समय जयशंकर कार्यभार ग्रहण कर रहे थे, उस समय सुजाता सिंंह वहां मौजूद नहीं थीं। नियमों के मुताबिक उनका कार्यकाल दो साल का होगा। अचानक विदेश सचिव बनाये जाने से पूर्व 60 वर्षीय राजनयिक अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके हैं। वह चीन, सिंगापुर और चेक गणराज्य में भी राजदूत के तौर पर अपनी सेवा प्रदान कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सितंबर में अमेरिका दौरे और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की हाल में संपन्न हुई भारत यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जयशंकर को नियुक्त किये जाने का निर्णय मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल नियुक्ति समिति ने लिया।
अगस्त 2013 में विदेश सचिव बनीं सुजाता सिंह यह पद पाने वाली तीसरी महिला थीं और अभी उनका आठ महीने का कार्यकाल शेष था। भारत के अग्रणी रणनीतिक विश्लेषकों में से एक दिवंगत के. सुब्रमणयम के पुत्र जयशंकर, भारत-अमेरिका परमाणु करार वार्ता के दौरान भारतीय दल के एक महत्वपूर्ण सदस्य थे।