Edited By ,Updated: 31 Jan, 2015 05:36 AM
देश की राजधानी दिल्ली के विधानसभा चुनावों में 114 घोषित अपराधी भी चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें से 74 के खिलाफ हत्या, अपहरण और दुष्कर्म जैसे गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं।
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली के विधानसभा चुनावों में 114 घोषित अपराधी भी चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें से 74 के खिलाफ हत्या, अपहरण और दुष्कर्म जैसे गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। एसोसिएशन फॉर डैमोक्रेटिक रिफॉम्र्स एंड नैशनल इलैक्शन वाच की आज यहां जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि धनबल और बाहुबल के आधार पर चुनाव लडऩे की परंपरा बढ़ रही है।
दिल्ली विधानसभा के 7 फरवरी को होने वाले मतदान में कुल 673 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। इनमें से 17 प्रतिशत आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और इनमें से 11 प्रतिशत ने अपने ऊपर गंभीर आरोप स्वीकार किए हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे 70 राजनीतिक दलों ने मात्र 10 प्रतिशत यानी 66 महिलाओं को अपना प्रत्याशी बनाया है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में 34 प्रतिशत यानी 230 उम्मीदवार करोड़पति हैं। कुल उम्मीदवारों में से 62 ऐसे हैं जिनकी सम्पत्ति 10 करोड़ रुपए से अधिक है। सबसे कम सम्पत्ति रखने वाले उम्मीदवारों में मटियाला सीट से श्रेष्ठतम राष्ट्र पार्टी की ओर चुनाव में उतरे राम चरण साहनी ने 100 रुपए, बुराड़ी से पीपुल्स ग्रीन पार्टी के उम्मीदवार ने 1300 रुपए और तिमारपुर से आई.एन.डी. के प्रत्याशी गुंजन कुमार ने 1500 रुपए कुल परिसम्पत्ति घोषित की है।
केजरीवाल के खिलाफ दर्ज हैं 10 मामले : दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के दावेदार अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत 10 मामले दर्ज हैं। ये निषेधाज्ञा तोडऩे, सशस्त्र दंगा भड़काने एवं मान हानि से संबंधित हैं।