नेताओं की ‘घर वापसी’ करवाने में जुटी कांग्रेस

Edited By ,Updated: 31 Jan, 2015 03:34 AM

article

हरियाणा में सत्ता से बाहर हो चुकी कांग्रेस अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए अभी से ही पार्टी का दामन छोड़ चुके नेताओं की घर वापसी करवाने में जुट गई है। इस संबंध में उसे पहली सफलता गत ...

(राकेश संघी) हरियाणा में सत्ता से बाहर हो चुकी कांग्रेस अपनी पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए अभी से ही पार्टी का दामन छोड़ चुके नेताओं की घर वापसी करवाने में जुट गई है। इस संबंध में उसे पहली सफलता गत दिनों पूर्व गृह राज्य मंत्री व पंजाबी नेता सुभाष बत्तरा को पुन: पार्टी में शामिल करवा कर मिली।

राज्य विधानसभा के चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के पश्चात ङ्क्षचतन बैठकों में यह आम राय पाई गई थी कि पार्टी की आंतरिक कलह व चुनाव से पूर्व बहुत से नेताओं की ओर से पार्टी को अलविदा कह जाने के कारण यह स्थिति देखनी पड़ रही है। पार्टी में बेशक गुटबाजी तो पहले की तरह ही कायम है व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर इस पर अंकुश लगाने में सफल नहीं हो रहे। लेकिन उन्होंने पार्टी विधायक दल की नेता किरण चौधरी के साथ चुनाव के डेढ़ माह बाद ही जिला स्तर पर पार्टी कार्यकर्त्ताओं की बैठकें बुला कर उन्हें संगठित करने का क्रम शुरू कर दिया। इन बैठकों में भी आंतरिक कलह खुल कर सामने आई। इसी बीच दोनों ने पार्टी से रूठे हुए नेताओं को मनाने की कवायद भी शुरू कर दी व गत दिनों रोहतक में सुभाष बत्तरा के घर जाकर उनसे मुलाकात कर उन्हें घर वापसी के लिए मनाने में सफलता प्राप्त कर ली।

सुभाष बत्तरा पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के शासनकाल में गृह राज्य मंत्री बने थे। इसलिए भजन लाल की ओर से कांग्रेस का दामन छोड़ कर अपनी पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस का गठन कर लेने पर वह भी उनकी पार्टी में शामिल हो गए थे। लेकिन भजन लाल के निधन के पश्चात वह किसी राजनीतिक पार्टी की बजाय अखिल भारतीय पंजाबी जागृति मंच के माध्यम से ही सक्रिय रहे।

अब लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस में फिर से शामिल होने के पश्चात उन्होंने कहा कि वह एक तरह से वनवास पूरा कर घर वापस लौटे हैं। इसका मुख्य कारण प्रदेश में पार्टी नेतृत्व में बदलाव है। एक ही शहर से संबंधित होने के चलते उनका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पार्टी विधायक दल के नेता के रहते छत्तीस का आंकड़ा बना रहा। उन्होंने कांग्रेस में अपनी वापसी के पश्चात कहा कि बेशक पार्टी अब संघर्ष के दौर से गुजर रही है लेकिन लगभग डेढ़ दर्जन पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक भी घर वापसी करने को तैयार हैं। उन्होंने तो केवल इसकी शुरूआत की है।

अशोक तंवर व किरण चौधरी ने भी सुभाष बत्तरा के इस दावे पर तुरंत मोहर लगाते हुए संकेत दिया कि टिकट के चक्कर में अन्य पार्टियों में गए पार्टी नेताओं को अब समझ आ रहा है कि कांग्रेस में ही उनकी सुनवाई हो सकती है। इसलिए शीघ्र ही फिर से पार्टी का कुनबा बढऩा शुरू हो जाएगा। अशोक तंवर ने किसी नेता का नाम लिए बिना यहां तक कहा कि जिन नेताओं ने कांग्रेस से नाता तोड़ कर अपनी ही पार्टी बना ली थी वे भी शीघ्र ही घर वापसी कर सकते हैं। लेकिन ऐसे नेताओं ने चुनाव में कांग्रेस छोड़ कर भी सफलता हाथ न लगने के पश्चात से ही पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। इसलिए ऐसे दावों में कितना दम है, इस पर अभी कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।

बागियों के खिलाफ कार्रवाई से तौबा 
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस बिछड़ों को फिर से साथ लाने के प्रयास के चलते अब उन नेताओं के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने से तौबा कर रही है, जिन्होंने पार्टी में रह कर चुनाव में पार्टी के विरुद्ध ही कार्य किया व उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग पार्टी में कई बार मुखर होती रही।

राज्य विधानसभा के चुनाव में कई पार्टी प्रत्याशियों ने यह शिकायत करनी शुरू कर दी थी कि पार्टी के ही कई नेता प्रचार में उनका सहयोग नहीं कर रहे। चुनाव परिणाम सामने आने पर तो कई प्रत्याशियों ने ऐसे नेताओं की लिखित शिकायतें कर पार्टी उच्च कमान से उन्हें पार्टी से बाहर किए जाने की मांग शुरू कर दी थी। पार्टी प्रभारी शकील अहमद ऐसी शिकायतों की जांच करवा कर कोई कार्रवाई करने की बात कहते रहे। लेकिन अब पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने किसी के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने से स्पष्ट इंकार करते हुए कहा कि अब पार्टी की प्राथमिकता पार्टी संगठन को मजबूत करना है। किसी को भी पार्टी से बाहर करने की बजाय यह ख्याल रखा जाएगा कि ऐसे नेताओं को अहम पदों की जिम्मेदारी न दी जाए।

धक-धक  गर्ल के बाद अब ड्रीम गर्ल 
हरियाणा की वर्तमान मनोहर लाल खट्टर सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को पूरी तरह से अपनाने में लगी है, चाहे मामला कैसा भी हो। नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को अपने राज्य का ब्रांड एम्बैसेडर बनाया था। अब खट्टर सरकार भी राज्य में बॉलीवुड अभिनेत्रियों को अपना ब्रांड एम्बैसेडर बनाने में जुट गई है।

इसकी शुरूआत गत दिनों पानीपत में राष्ट्रव्यापी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरूआत करते समय प्रदेश के लोगों से बेटियों को बचाने व उन्हें शिक्षित बनाने का आग्रह करने के लिए ‘धक-धक  गर्ल’ माधुरी दीक्षित को इस अभियान की ब्रांड एम्बैसेडर बना कर की गई। अब बॉलीवुड में ‘ड्रीम गर्ल’ के नाम से प्रसिद्ध रही मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी को पर्यटन के मामले में राज्य की ब्रांड एम्बैसेडर बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। राज्य पर्यटन निगम की ओर से 1 से 15 फरवरी तक सूरजकुंड में 29वें अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है व इसके लिए हेमा मालिनी को ब्रांड एम्बैसेडर बना कर उनके माध्यम से पर्यटकों को राज्य में पर्यटन की खूबियों से अवगत करवाया जाएगा।

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!