Edited By ,Updated: 31 Jan, 2015 05:16 AM
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज कहा कि वह मानते हैं कि कानून बनाने के लिए अध्यादेश का रास्ता सही नहीं है
नई दिल्ली : केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज कहा कि वह मानते हैं कि कानून बनाने के लिए अध्यादेश का रास्ता सही नहीं है लेकिन असाधारण परिस्थितियों में सरकार को इस तरह के कदम उठाने पड़ते हैं। नायडू ने यहां विज्ञान भवन में स्मार्ट शहर बनाने से संबंधित कार्यशाला के बाद यह बात कही। उनसे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेशों पर आपत्ति के बारे में पूछा गया था।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति ने कोई आपत्ति नहीं जताई है। उन्होंने केवल इतना कहा है कि यदि इन विषयों पर सदन में चर्चा हो और उसके बाद कानून बने तो बेहतर होगा। विपक्ष को राष्ट्रपति की इस सलाह पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि वह सदन नहीं चलने देगा तो काम कैसे होगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में विपक्ष का रिकार्ड बहुत खराब है। इसलिए उसे सदन में बाधा नहीं उत्पन्न करनी चाहिए। नायडू ने कहा कि वह खुद मानते हैं कि अध्यादेश का रास्ता सही नहीं है लेकिन असाधारण परिस्थितियों में सरकार के पास काम करने का केवल यही रास्ता है।