कांग्रेस के विलय में इन चेहरों का हाथ!

Edited By ,Updated: 31 Jan, 2015 01:01 PM

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अपना बहुत बड़ा जनाधार कायम करने वाली कांग्रेस के विलय के पीछे कथित तौर पर कई एेसे चेहरों का हाथ है जो कांग्रेस में कद्दावर नेता रह चुके हैं । एक के बाद एक नेता द्वारा पार्टी छोड़ना पार्टी के जनाधार को खत्म कर रहा है। पार्टी के कई नेताअों ने...

जालंधरः अपना बहुत बड़ा जनाधार कायम करने वाली कांग्रेस के विलय के पीछे कथित तौर पर कई एेसे चेहरों का हाथ है जो  कांग्रेस में  कद्दावर  नेता रह चुके हैं । एक के बाद एक नेता द्वारा पार्टी छोड़ना पार्टी के जनाधार को खत्म कर रहा है। पार्टी के कई नेताअों ने पार्टी छोड़ने का कारण अापसी भेदभाव बताया  है।

 

1 जयंती नटराजनः कांग्रेस को करारा झटका देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंती नटराजन ने पार्टी की प्राथमिक  सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।  जयंती ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखे प्रहार करते हुए उनपर परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी दिए जाने के 'खास अनुरोध' भेजने का आरोप लगाया है।

 

2.विजय बहुगुणाः जयंती के बाद अब विजय बहुगुणा ने भी बगावत कर दी। उत्तराखंड में सत्तारूढ कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा सीएम हरीश रावत के खिलाफ बगावत पर उतर आए हैं। ये गुटबाजी आज उस समय खुलकर सामने आ गई जब पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने 15 फरवरी को पार्टी की सरकार के खिलाफ ही आक्रोश रैली करने की चेतावनी दे दी।

  

3 शरद पवारः एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी और एनसीपी का गठन किया था।  

 

 4 पूर्णो अगितोक संगमा :   एक भारतीय राजनीतिज्ञ । पूर्व में वे मेघालय के मुख्यमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सह-संस्थापक हैं। वे आठ बार लोकसभा-सदस्य रह चुके हैं। संगमा बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। 1974 में वह मेघालय प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव बने। वह कुछ समय के लिए इसके उपाध्यक्ष भी रहे। पार्टी की विचारधारा के प्रति उनकी वचनबद्धता को समझते हुए और उनके संगठनात्मक कौशल को ध्यान में रखते हुए, उन्हें 1975 में मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया गया और वह 1980 तक इस पद पर रहे। इसके बाद सोनिया गांधी के विदेशी होने पर विरोध जताने के कारण इन्हें  निष्कासित कर दिया गया।

 

5 तारिक़ अनवरः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा या एनसीपी) का गठन 25 मई 1999 को शरद पवार, पी.ए. संगमा और तारिक़ अनवर ने किया। इन तीनों नेताओं को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था ।

 

 

6 जगमीत सिंह बराड़ः पंजाब के वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगमीत सिंह बराड़ कांग्रेस से 35 साल तक जुड़े रहे लेकिन पार्टी ने उनकी कदर नहीं की इसलिए उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया।कांग्रेस कार्यसमिति के पूर्व सदस्य बराड़ को अगस्त 2014 में कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। बराड़ पर ये कार्रवाई लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए नेतृत्व पर निशाना साधने की वजह से की गई थी। 

 

 

7 ममता बनर्जीः कोलकाता में 5 जनवरी, 1955 को जन्मी ममता बनर्जी   भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख हैं।  पश्चिम बंगाल में यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष के तौर पर  बनर्जी ने राजनीति की शुरुआत की। ये पहली बार 1984 में सोमनाथ चटर्जी को हराकर जादवपुर सीट से लोक सभा में पहुँची। कांग्रेस से अलग होने के बाद इन्होंने 1997 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की। दक्षिण कोलकाता सीट से 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 और 2009 में इन्हें लोकसभा के लिए चुना गया। ममता बनर्जी दो बार रेल मंत्री रह चुकी हैं। इन्होंने पहले राजग के साथ गठबंधन में और फिर संप्रग सरकार-दो में यह ज़िम्मेदारी संभाली। क़रीब 13 साल के संघर्ष के बाद आखिरकार पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा को हटाकर ममता बनर्जी इतिहास रचने में सफल रहीं तो रही लेकिन कांग्रेस के साथ इनकी तकरार अाज भी जारी है।

 

 

8 जगदंबिका पालः  कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद जगदंबिका पाल ने कहा कि पार्टी के उभरते नेतृत्व को उनकी जरूरत नहीं रह गई थी  इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया । पार्टी छोड़ने के बाद जगदंबिका पाल ने बीजेपी का दामन थाम लिया हैं।   जगदंबिका पाल  पार्टी से नाराज चल रहे थे और पहले से ही उनके पार्टी छोड़ने की अटकले लगाई जा रही थीं।  

 

 

 

9 नटवरसिंहः लगभग दो दशक तक कांग्रेस से जुडे रहने के बाद पूर्व विदेश मंत्री नटवरसिंह ने पार्टी को अलविदा कहा तथा   अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा। कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे और अब कांग्रेस से निकाले जा चुके नटवर सिंह ने सोनिया गांधी,पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कई खुलासे भी किए।

 

 

 

10 कार्ति चिदंबरम,जनार्दन द्विवेदी तथा कैप्टन अमरेंद्रःवहीं कांग्रेस को बरबाद करने में कार्ति,जनार्दन तथा कैप्टन ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी । ये तीने प्रत्यक्ष तौर पर तो कुछ नहीं करते लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर पार्टी का खातमा करने पर ही तुले लगते है जैसे तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करने वाले पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम को शुक्रवार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उन्हें 30 जनवरी तक इसका जवाब देने को कहा है।  

उधर हाल  ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने एक इंटरव्यू के जरिए विवाद खड़ा कर दिया जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते दिखाए गए हैं, हालांकि बाद में उन्होंने दावा किया कि उनकी बात को संदर्भ से अलग हटकर पेश किया गया है। इसी तरह कैप्टन अमरेंद्र भी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप बाजवा को बनाए जाने से नराज तल रहे हैं।

  

 

 

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