Edited By ,Updated: 31 Jan, 2015 11:34 PM
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में महाराष्ट्र में पड़े सूखे के मुद्दे पर राज्य सरकार की आलोचना किए जाने को गंभीरता से लेते हुए
मुंबई : शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में महाराष्ट्र में पड़े सूखे के मुद्दे पर राज्य सरकार की आलोचना किए जाने को गंभीरता से लेते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने आज कहा कि उसे अखबार के जरिए अपने विचार नहीं रखने चाहिएं। यहां संवाददाताओं से बातचीत में तावड़े ने कहा कि शिवसेना सरकार का हिस्सा है और अखबारों के संपादकीय के जरिए आलोचना करने के बजाय उसे सरकार के स्तर पर मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए।
तावड़े ने कहा, ‘‘यदि एेसी आलोचना सार्वजनिक तौर पर की जाती है तो एक गलत संदेश जाएगा। एक समन्वय समिति बनाने की कोशिशें जारी हैं ताकि गठबंधन सहयोगियों के बीच बेहतर समझ कायम हो।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने संपादकीय के बारे में अपनी राय शिवसेना को बता दी है। कल ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया था कि सरकार बदल गई है लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस हैं और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विदर्भ के नेता होने के बावजूद उस क्षेत्र के किसान अब भी खुदकुशी कर रहे हैं।