Edited By ,Updated: 01 Feb, 2015 10:32 AM
सिकंदराबाद कॉलोनी में आग से जली बच्ची यास्मीन अली ने शनिवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया।
इंदौर: सिकंदराबाद कॉलोनी में आग से जली बच्ची यास्मीन अली ने शनिवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया। परिजनों का कहना है कि मौत से पहले वह तड़प रही थी। दहशत में वह चीखते हुए कह रही थी कि अम्मी मुझे बचा लो, वो फिर जला देगा। यास्मीन के पिता मुमताज अली का पांच साल पहले देहांत हो चुका।
मां रेहाना लोगों के घरों में काम कर बच्चों का पालन-पोषण कर रही है। रेहाना का आरोप है कि प्रकाश ने ही उनकी बेटी को जलाकर मार डाला। यास्मीन दो दिन से तड़प रही थी। उसके दिल में इतनी दहशत थी कि वह रात को भी उठ कर बैठ जाती थी और कहती कि अम्मी मुझे बचा लो, वो फिर जला देगा।
गौरतलब है कि 29 जनवरी को यास्मीन पुलिसकर्मी प्रकाश की बेटी की साइकिल चला रही थी। यह देखकर वह आग बबूला हो गया और उसने लड़की को आग लगा दी।