Edited By ,Updated: 01 Feb, 2015 05:38 PM
ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट रिजॉर्ट में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले 27 साल के हनुमान चौधरी की जिंदगी उनके पिता की एक फोन कॉल ने बदल दी
जयपुर: ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट रिजॉर्ट में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले 27 साल के हनुमान चौधरी की जिंदगी उनके पिता की एक फोन कॉल ने बदल दी और वह गांव में पंचायत चुनाव लडऩे के लिए राजस्थान आ गए। दरअसल, राजस्थान सरकार के नए नियम के मुताबिक पंचायत का चुनाव लडऩे के लिए कम से कम 10 वीं क्लास तक पढ़ा होना जरूरी थी जबकि हनुमान के पिता भूरा राम सिर्फ 8वीं तक पढ़े थे।
राजस्थान हाई कोर्ट ने भी सरकार के नियम में दखल देने से मना कर दिया था। सरकार के नए नियम की वजह से गांव के तकरीबन 85 फीसदी लोग चुनाव लडऩे से वंचित रह गए। हनुमान चौधरी ने एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता ने उन्हें फोन किया तो उनके भाई ने उन्हें कहा कि अगर वह समाज सेवा करना चाहता है तो यहां आ जाएं और फिर वह गांव आ गए। इसके बाद उन्होंने पंचायत का चुनाव लड़ा और 6000 वोटों से जीत हासिल की। हनुमान ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में उनकी सलाना आमदनी दो करोड़ रुपए थी।