Edited By ,Updated: 20 Feb, 2015 04:21 AM
पंजाब विधानसभा का 10 मार्च से प्रस्तावित बजट सत्र हंगामे से भरपूर रहेगा। राज्य के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट सत्र को लेकर अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं।
जालंधर (धवन): पंजाब विधानसभा का 10 मार्च से प्रस्तावित बजट सत्र हंगामे से भरपूर रहेगा। राज्य के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट सत्र को लेकर अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। दिसम्बर महीने में सरकार ने पिछला विधानसभा सत्र बुलाया था जिसमें कांग्रेसी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नशों के मुद्दों को लेकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। अविश्वास प्रस्ताव का भाजपा ने समर्थन नहीं किया था जिस कारण राज्य भर में कांग्रेस-भाजपा के बीच टकराव और तीखा हो गया था।
पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता सुनील जाखड़ ने बताया कि पंजाब का सबसे बड़ा मुद्दा नशों से जुड़़ा हुआ है। पंजाब के व्यापारियों व उद्यमियों के मसले गंभीर होते जा रहे हैं। वहीं, उद्योग हिमाचल की तरफ पलायन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह से शहरों व गांवों में विकास के कार्य रुके पड़े हैं। सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। 3 सप्ताह तक चलने वाले विधानसभा सत्र में सरकार द्वारा जहां अपना बजट पेश किया जाएगा व अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी वहीं विपक्ष इस अवसर को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता है इसीलिए जाखड़ द्वारा नगर कौंसिल व निगम चुनाव सम्पन्न होने के बाद कांग्रेसी विधायकों के साथ सत्र की रणनीति को लेकर चर्चा शुरू कर दी जाएगी। कुल मिलाकर सत्ताधारी शिअद-भाजपा गठजोड़ तथा विपक्षी दल कांग्रेस के बीच तीखी नोक-झोंक होगी।