Edited By ,Updated: 27 Feb, 2015 04:02 AM
42 दिनों से सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सूरत सिंह खालसा व उसके एन.आर.आई. बेटे रविंद्रजीत सिंह को कमिश्ररेट पुलिस ने अमन-शांति बनाए ...
लुधियाना (ऋषि): 42 दिनों से सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सूरत सिंह खालसा व उसके एन.आर.आई. बेटे रविंद्रजीत सिंह को कमिश्ररेट पुलिस ने अमन-शांति बनाए रखने व गड़बड़ी की आशंका होने के चलते हिरासत में ले लिया है। इस दौरान किसी प्रकार की अनहोनी न होने के डर से पुलिस ने सिविल अस्पताल की एमरजैंसी को छावनी में तबदील कर दिया।
ए.डी.सी.पी. क्राइम मुखविंद्र सिंह व एस.डी.एम. अजय सूद ने बताया कि सेहत विभाग की तरफ से सूरत सिंह खालसा के इतने दिनों तक भूख हड़ताल पर होने पर तबीयत खराब होने संबंधी जानकारी दी गई थी। इस बात को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने आज सूरत सिंह खालसा व उनके बेटे को कई लोगों सहित हिरासत में ले लिया।
खालसा की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल में ही भर्ती करवा दिया गया जबकि उनके बेटे को पुलिस हिरासत में ही रखा गया है। वहीं कई अन्य लोगों को जमानत पर छोड़ दिया गया।
वहीं, दूसरी तरफ खालसा की बेटी सरविंद्र कौर ने बताया कि आज सुबह से ही पुलिस मुलाजिमों ने उनके पिता के कमरे के बाहर काफी सख्ती की हुई थी। बाद दोपहर कुछ पुलिस अधिकारी उनके पिता के पास कमरे में आकर भूख हड़ताल खत्म करने का दबाव बनाने लगे। उनकी बात मानने से इंकार करने पर उन्होंने वहां मौजूद सभी लोगों सहित एक मीडिया कर्मी को हिरासत में ले लिया और उनके पिता को हिरासत में लेने के लिए एक पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए।
उसने बताया कि उसके पिता 16 जनवरी को शांतमयी ढंग से भूख हड़ताल पर बैठे थे। जहां से पुलिस उन्हें जबरदस्ती उठाकर सिविल अस्पताल में ले आई थी। देर रात समाचार लिखे जाने तक सिविल अस्पताल पुलिस छावनी बना हुआ था और रविन्द्रजीत सिंह पुलिस हिरासत में ही था।