Edited By ,Updated: 27 Feb, 2015 10:59 AM
समाजसेवी अन्ना हजारे ने गुरूवार एक बार फिर कहा कि उन्हें किसी भी राजनीतिक दल को अपने आंदोलन में शामिल करने की जरूरत नहीं है।
नई दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे ने गुरूवार एक बार फिर कहा कि उन्हें किसी भी राजनीतिक दल को अपने आंदोलन में शामिल करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मेरे सहयोगी रहे हैं लेकिन अगर भ्रष्टाचार की लड़ाई की बात आएगी तो दिल्ली सरकार के खिलाफ भी आंदोलन करने में परहेज नहीं करेंगे।
इसके साथ ही अन्ना ने पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके दिमाग में उद्योगपति बैठे हुए है इसलिए मोदी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश में संशोधन को लेकर मोदी उनकी राय नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे इस मोदी और राहुल दोनों को मुझसे एलर्जी है।
गौरतलब है कि इससे पहले अन्ना हजारे ने कहा था कि मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को किसानों के लिए अन्याय बताते हुए इसे वापस लेने की हुंकार भरते हुए चेतावनी दी थी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो वह एक बार फिर रामलीला मैदान का रूख करेंगे लेकिन इस बार अनशन नहीं बल्कि जेल भरो आंदोलन होगा।
नरेंद्र मोदी सरकार की तुलना अंग्रेजों से करते हुए अन्ना ने यहां जंतर मंतर पर कहा था कि सरकार किसानों के हितों के विपरीत काम रही है और उद्योगपतियों के अनुकूल फैसले ले रही है। अध्यादेश विरोधी मुहिम को दूसरी आजादी की लडाई घोषित करते हुए उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश पूंजीपतियों के हितों के लिए है।