Edited By ,Updated: 27 Feb, 2015 02:49 PM
बात प्यार की हो या धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ाने की होंठ अक्सर उसमें अहम रोल निभाते हैं। चेहरे में आंखों के बाद होंठ ही हैं जो अापके प्यारे को आपकी तरफ आकर्षित करते हैं।
बात प्यार की हो या धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ाने की होंठ अक्सर उसमें अहम रोल निभाते हैं। चेहरे में आंखों के बाद होंठ ही हैं जो अापके प्यारे को आपकी तरफ आकर्षित करते हैं।
होठ चाहे सुर्ख हों या गुलाबी, आशिकों को खूब तरसाते हैं। यूं तो बंद जुबां से बातें ज्यादातर आंखों ही आंखों में होती हैं, पर होंठ केवल थोड़े-से हिलकर भी काफी-कुछ कह जाते हैं। अगर प्यार में आपकी न हो तो यह होठों से अपने आप बयां हो जाता है।
होठ अगर अदा के साथ थोड़े-से खुले हों, तो यह प्रणय का खुलेआम आमंत्रण जैसा होता है और तो और, प्यार पर आखिरी मुहर लगाने में भी होठ का ही इस्तेमाल होता है।