Edited By ,Updated: 28 Feb, 2015 11:56 AM
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अचानक छुट्टी पर जाने से जहां दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में उनके इरादों, मकसद तथा ...
चंडीगढ़ (पराशर): कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अचानक छुट्टी पर जाने से जहां दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में उनके इरादों, मकसद तथा मंशा को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं पंजाब प्रदेशाध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा को बुखार हो गया, मतलब कि उनके भविष्य पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के सार्वजनिक तौर पर बार-बार विरोध जताने के बावजूद प्रदेशाध्यक्ष पद पर बाजवा को राहुल ने ही नियुक्त किया है लेकिन बाजवा की नियुक्ति के बाद प्रदेश कांग्रेस में एकजुटता की बजाय आंतरिक कलह और गहरी हो गई। कांग्रेस के अधिकतर विधायक बाजवा को हटाकर प्रदेश में पार्टी की बागडोर पुन: कै. अमरेन्द्र को सौंपने के पक्ष में हैं। इस सिलसिले में वे दिल्ली में राहुल गांधी के समक्ष पेश होकर भी अपनी बात कह चुके हैं।
बदल सकती है रैली की तारीख
अमरेंद्र ने जनवरी में अमृतसर में ललकार रैली करके शक्ति प्रदर्शन किया था। इसके जवाब में बाजवा ने मार्च में मोगा में भूमि-अधिग्रहण बिल के मुद्दे पर रैली की घोषणा की थी जिसमें राहुल को बुलाया गया था।
राहुल के अचानक छुट्टी पर जाने से इस रैली पर सवालिया निशान लग गया है। रैली 29 मार्च को होनी थी लेकिन अब पार्टी सूत्र कह रहे हैं कि इसके लिए नई तिथि घोषित की जाएगी क्योंकि 29 को क्रिकेट वल्र्ड कप का फाइनल मैच भी होगा।