Edited By ,Updated: 28 Feb, 2015 10:35 PM
वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट में एक प्रस्ताव पर काफी लोगों को हैरत हुई है। उन्होंने चर्चित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना का बजट बढ़ा दिया है।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट में एक प्रस्ताव पर काफी लोगों को हैरत हुई है। उन्होंने चर्चित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना का बजट बढ़ा दिया है। मनरेगा का बजट 5700 करोड़ रुपये बढ़ाया गया है।
मनरेगा योजना को राजग सरकार द्वारा बजट 2015-16 में 34,699 करोड़ रूपये का बजटीय आबंटन किया गया है जो चालू वित्त वर्ष की तुलना में करीब 12 प्रतिशत अधिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनरेगा को ‘कांग्रेस पार्टी की विफलता का जीवित प्रमाण’ बताया था। हालांकि, ग्रामीण विकास मंत्रालय के कुल आबंटन में केवल 5.12 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। मंत्रालय को 71,695.08 करोड़ रूपये का बजटीय आबंटन मिला है। 2005 में यूपीए के योजना शुरू होने के बाद से यह अब तक का सबसे ज्यादा पैसा मरनेगा को जेटली ने दिया है और उन्होंने इस बात को अपने भाषण में भी कही कि मनरेगा को बंद न किया जाए क्योंकि यह तो यूपीए की विफलताओं का जीता-जागता स्मारक है।