Edited By ,Updated: 09 Mar, 2015 12:10 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साहब, है कोई आपके पास ऐसा सरप्लस सांसद जो हलका दसूहा के गांव संधानी की परवरिश हेतु अपनी गोद ले सके?
तलवाड़ा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साहब, है कोई आपके पास ऐसा सरप्लस सांसद जो हलका दसूहा के गांव संधानी की परवरिश हेतु अपनी गोद ले सके? भरे मन से यह प्रश्र इस गांव के उन बाशिंदों ने किया है जो देश आजादी के बावजूद गुलामी भरा अपना जीवन जीने को विवश हैं।
क्या हैं यहां की मुश्किलें
मरवाडी बाजार से शुरू होती इस गांव की सड़क के प्रथम भाग में विशाल स्वां खड्ड पर जो कंक्रीट स्लैब डाली गई है वह अब ‘मौत के कुओं’ में तबदील हो चुकी है। कंक्रीट स्लैब में अनुमानित 70 फुट लम्बाई और 25 फुट चौड़ाई के साथ-साथ 30 फुट गहराई में खाई बन आई है।
मौजूदा समय में इस गांव की बदहाली का आलम यह है कि यहां लोग समूचे तौर पर यातायात के साधनों से दूर हुए बैठे हैं। कोई गाड़ी इस सीधे रास्ते से आ-जा नहीं सकती। गांव में यदि बड़ी आवश्यकता की पूर्ति हेतु गाड़ी आनी-जानी हो तो उसके लिए स्वां खड्ड के किन्हीं और असुरक्षित कच्चे व अधूरे रास्तों को अपनाना पड़ता है। यहां डर हमेशा यह बना रहता है कि अंधेरे के समय यदि कोई कुएं में तबदील हो चुके इस रास्ते से अनजान व्यक्ति वाहन से गुजरे तो वह संभवत: धड़ाम से इसमें गिर कर मौत के आगोश में चला जाए।