Edited By ,Updated: 23 Mar, 2015 09:51 AM
जिस ज्ञान से मुहूर्त, वास्तु ,वर्षा, बाढ़, सूखा, बीमारी, महामारी, आकाश, पाताल, आदि से संबंधित भूत, भविष्य एवं वर्त्तमान काल के विषयों की जानकारी मिलती हो वह शास्त्र विज्ञान ही हो सकता है।
जिस ज्ञान से मुहूर्त, वास्तु ,वर्षा, बाढ़, सूखा, बीमारी, महामारी, आकाश, पाताल, आदि से संबंधित भूत, भविष्य एवं वर्त्तमान काल के विषयों की जानकारी मिलती हो वह शास्त्र विज्ञान ही हो सकता है। इसके अलावा भविष्य संबंधी जानकारी देने वाला कोई दूसरा शास्त्र या आधुनिक विज्ञान कुछ और हो भी नहीं सकता और न है ही विज्ञान ने भविष्य जानने के लिए अभी तक किसी नई विद्या का अन्वेषण ही किया है।
अवश्य, जो विद्वान् आकाश, पाताल आदि से संबंधित भूत, भविष्य एवं वर्त्तमान काल के विषयों की खोज बिना किसी लौकिक पदार्थ के कर लेता हो वो वैज्ञानिक ही हो सकता है उसे सामान्य पंडित पुजारी समझने की भूल करने वाले लोग उसकी विद्या का लाभ कभी नहीं ले पाते हैं।
आचार्य डॉ. शेष नारायण वाजपेयी
vajpayeesn@gmail.com