व्यक्ति को अपनी स्वयं की जान लेने पर मजबूर करते हैं...

Edited By ,Updated: 27 Mar, 2015 11:33 AM

article

आए दिन हम समाचार पत्रों, टीवी चैनलों, पत्रिकाओं आदि में आत्महत्या की दिल दहलाने वाली खबरे पढ़ते एवं देखते हैं। हर आत्महत्या के पीछे एक दर्द भरी कहानी होती है। ऐसे वह कौन से घर होते हैं जहां पर परिवार का कोई सदस्य ऐसे भयावह कदम को उठाने पर मजबूर हो...

आए दिन हम समाचार पत्रों, टीवी चैनलों, पत्रिकाओं आदि में आत्महत्या की दिल दहलाने वाली खबरे पढ़ते एवं देखते हैं। हर आत्महत्या के पीछे एक दर्द भरी कहानी होती है। ऐसे वह कौन से घर होते हैं जहां पर परिवार का कोई सदस्य ऐसे भयावह कदम को उठाने पर मजबूर हो जाता है? निश्चित रूप से ही भाग्य के साथ-साथ घर के वास्तुदोष भी आत्महत्या में एक अहम् भूमिका निभाते है। यहां कुछ ऐसे

 वास्तुदोषों का उल्लेख कर रहा हूं जो किसी भी व्यक्ति को अपनी स्वयं की जान तक लेने पर मजबूर कर देते हैं।

१  जिस घर की पूर्व दिशा में मुखद्वार हो, चारदीवारी के पूर्व आग्नेय दिशा में एक और फाटक हो, घर की ईशान दिशा कट गई हो, वायव्य में कुंआ और पश्चिम-नैऋत्य में पश्चिम की ओर ढलाऊ बरामदा, पश्चिम में निम्न स्थल, चारदीवारी, की दक्षिण-नैऋत्य में फाटक हो, ऐसे घर में रहने वाला कोई सदस्य आत्महत्या कर सकता है।

२ घर के दक्षिण नैऋत्य में मार्ग प्रहार हो तो स्त्रियां और पश्चिम नैऋत्य में मार्ग प्रहार हो तो पुरुष उन्माद जैसे रोगों की शिकार होगें और कहीं-कहीं वे आत्महत्या भी कर सकते हैं।

३ दक्षिण-नैऋत्य मार्ग प्रहार से उस घर की नारियां भयंकर रोगों से पीड़ित होंगी। इसके साथ नैऋत्य में किसी भी प्रकार से नीचा हो या भूमिगत पानी का स्रोत हो तो खुदकुशी, दीर्घ रोग या असामयिक मृत्यु हो सकती है।

४ पूर्व दिशा में घर का मुखद्वार हो और कम्पाउण्ड वाल के पूर्व आग्नेय में द्वार हो, घर के ईशान कोण कट गया हो, वायव्य में कुंआ और पश्चिम-नैऋत्य में पश्चिम की ओर ढलाऊ बरामदा हो, कम्पाउण्ड वाल के पश्चिम-नैऋत्य में भी दरवाजा हो तो उस घर का मालिक आत्महत्या कर लेगा।

५  जिस घर के नैऋत्य या पश्चिम-नैऋत्य में कम्पाउण्ड वाल व घर का द्वार हो तो उस घर के लोग बदनामी, जेल, एक्सीडेंट या खुदकुशी के शिकार होगें। हार्ट अटैक, आॅपरेशन, एक्सीडेन्ट, हत्या, लकवा अर्थात किसी भी प्रकार की असामयिक मृत्यु का शिकार होगें।

६  नैऋत्य ब्लाक में स्थित घरों की पंक्ति की ईशान दिशा स्थित घर का ईशान कोण अगर कट जाता है अथवा पूर्व व उत्तर की सड़कों के कारण उस स्थल की ईशान कोण कट जाता हैं और नैऋत्य कोण किसी भी प्रकार से नीचा हो तो ऐसे में नैऋत्य में रहने वाले आर्थिक रूप से संपन्न होने पर भी केवल रुपए, पैसे को ही विशेष महत्व देते हुए आदर, स्नेह, प्यार, इत्यादि को भूल जाते हैं। निश्चित रूप से हत्या करने

 वाले, हत्या और आत्महत्या के शिकार हुए लोग, दुर्घटनाओं में मरने वालों लम्बी बीमारियों से ग्रस्त घरों का वास्तु विश्लेषण करने पर ऐसे वास्तुदोष उनके घरों में स्पष्ट दिखाई देते हैं।

उपरोक्त वास्तुदोष दूर करके आत्महत्याओं जैसी दुःखद घटनाओं से बचा जा सकता है।

- वास्तु गुरू कुलदीप सलूजा

thenebula2001@yahoo.co.in

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!