Edited By ,Updated: 30 Mar, 2015 06:46 PM
विश्व कप में रनों और शतकों की बारिश के बावजूद बल्लेबाजी के बादशाह सचिन तेंदुलकर का एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड नहीं टूट पाया। सचिन ने दक्षिण अफ्रीका में 2003 में हुए विश्व कप में 11 मैचों में 61.18 के औसत और एक शतक तथा छह...
नई दिल्ली: विश्व कप में रनों और शतकों की बारिश के बावजूद बल्लेबाजी के बादशाह सचिन तेंदुलकर का एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड नहीं टूट पाया। सचिन ने दक्षिण अफ्रीका में 2003 में हुए विश्व कप में 11 मैचों में 61.18 के औसत और एक शतक तथा छह अर्धशतकों की मदद से 673 रन बनाए थे। इस विश्व कप में ग्रुप मैचों में जिस तरह बल्लेबाजी में नए रिकार्ड बन रहे थे उसे देखते हुए मास्टर ब्लास्टर का यह रिकार्ड खतरे में नजर आ रहा था। लेकिन विश्व कप समाप्त होने के बाद यह रिकार्ड अपनी जगह सही सलामत है।
विश्व कप के ग्रुप चरण में श्रीलंकाई रन मशीन कुमार संगकारा लगातार चार शतक ठोकने का विश्व रिकार्ड बना चुके थे। उपविजेता न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्तिल ने नाबाद 237 और वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल ने 215 रन ठोक दिए थे। दक्षिण अफ्रीका के ए बी डीविलियर्स ने सबसे तेज डेढ़ सौ रन बनाए थे। टूर्नामेंट में कुल 37 शतक बने थे जो विश्व कप का नया रिकार्ड था।
रनों और शतकों की इस आंधी के बावजूद सचिन का रिकार्ड अपनी जगह डटा रहा। न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्तिल ने नौ मैचों में 68.37 के औसत तथा दो शतक ओर एक अर्धशतक की मदद से सबसे ज्यादा 547 रन बनाए लेकिन वह सचिन के रिकार्ड से काफी दूर रहे। गुप्तिल एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में अब सचिन (673) , आस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन(659) और श्रीलंका के माहेला जयवर्धने (548) के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं।