Edited By ,Updated: 31 Mar, 2015 02:22 PM
आयकर विभाग ने एेसे 18 सबसे बड़े चूककर्ताओं के नाम प्रकाशित किए हैं जिन पर आयकर विभाग का 500 करोड़ रुपए से अधिक कर बकाया है।
नई दिल्लीः आयकर विभाग ने एेसे 18 सबसे बड़े डिफॉल्टर्स के नाम प्रकाशित किए हैं जिन पर आयकर विभाग का 500 करोड़ रुपए से अधिक कर बकाया है। आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''इन नामों को सार्वजनिक करने का उद्देश्य यह है कि आम आदमी एेसे लोगों की जानकारी देने में विभाग की मदद कर सके। यह कदम एेसे लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया है जो कानून के खिलाफ काम कर रहे हैं। इससे पहले, इन नामों को विभाग की वैबसाइट पर डाला गया था।''
समाचार पत्रों में आज राष्ट्रीय राजधानी स्थित मुख्य आयकर आयुक्त (प्रशासन) के हवाले से कर डिफॉल्टर्स के नाम और अन्य विवरण प्रकाशित किए गए हैं। आक्रामक रुख अपनाते हुए सरकार ने पहली बार 18 कर डिफॉल्टर्स के नाम सार्वजनिक किए हैं जिनमें गोल्डसुख ट्रेड और सोमानी सीमेंट्स के भी नाम शामिल हैं। आयकर विभाग के मुताबिक, इन इकाइयों ने जानबूझकर कर की अदायगी नहीं की है। इन इकाइयों को उनके बकाया कर का भुगतान करने के लिए बाध्य करने की एक कोशिश के तहत केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कुछ दिनों पहले आयकर विभाग को इन नामों को उसकी वैबसाइट पर डालने को कहा था जिसमें से 11 गुजरात स्थित हैं।
नोटिस में कहा गया है, ''डिफॉल्टर्स को उनके बकाया करों का तत्काल भुगतान करने की सलाह दी जाती है।'' एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने कहा, ''यह पहली बार है जब विभाग ने एेसे जानबूझकर कर की अदायगी नहीं करने वालों के नाम सार्वजनिक किए हैं जिन पर 10 करोड़ रुपए या इससे अधिक की कर देनदारी है। कई मामलों में निर्धारिती ‘लापता’ हैं।'' अधिकारी ने कहा कि विभाग ‘जानबूझ कर चूक करने वालों के नाम सार्वजनिक करने’ का समय समय पर प्रस्ताव करता रहा है और चालू वित्त वर्ष के अंतिम दिन यह कदम उठाया गया है।
प्रकाशित सूची में शामिल कंपनियों में सोमानी सीमेंट पर 27.47 करोड़ रुपए, ब्लू इन्फॉर्मेशन टैक्नोलॉजी पर 75.11 करोड़ रुपए, एप्पलटेक सॉल्यूशंस पर 27.07 करोड़ रुपए, ज्यूपिटर बिजनेस पर 21.31 करोड़ रुपए और हीरक बायोटेक पर 18.54 करोड़ रुपए का कर बकाया है। अन्य गुजरात स्थित कंपनियों में आइकॉन बायो फार्मा पर 17.69 करोड़ रुपए, बनयान एंड बेरी एलॉय पर 17.48 करोड़ रुपए, लक्ष्मीनारायण टी. ठक्कर पर 12.49 करोड़ रुपए, विराज डाइंग एंड प्रिंटिंग पर 18.57 करोड़ रुपए, पूनम इंडस्ट्रीज पर 15.84 करोड़ रुपए, कुंवर अजय फूड पर 15 करोड़ रुपए की कर देनदारी है। इनके अलावा, जयपुर स्थित गोल्डसुख ट्रेड इंडिया पर 75.47 करोड़ रुपए, कोलकाता स्थित विक्टर क्रैडिट एंड कंस्ट्रक्शन पर 13.81 करोड़ रुपए, मुंबई स्थित नोबल मर्चेंडाइज पर 11.93 करोड़ रुपए कर बकाया है।