Edited By ,Updated: 01 Apr, 2015 01:07 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब एक और नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। दिल्ली की तिमारपुर सीट से 'आप' के पूर्व विधायक हरीश खन्ना का कहना है कि 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब एक और नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। दिल्ली की तिमारपुर सीट से 'आप' के पूर्व विधायक हरीश खन्ना का कहना है कि 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें केजरीवाल ने एक दिन के लिए बंधक बना लिया था।
खन्ना ने कहा कि गाजियाबाद स्थित कौशांबी में उन्हें सुबह से लेकर शाम तक रोक कर रखा गया ताकि पार्टी के विधायकों को बीजेपी तोड़ न सके। यही नहीं, हरीश खन्ना ने यह भी आरोप लगाया है कि पिछले साल केजरीवाल ने बिजली के दाम बढऩे की आशंका को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए 'आप' के विधायकों को 10-10 बसें भरकर लोगों को लाने का फरमान सुनाया था।
हरीश खन्ना ने कहा कि 5 जुलाई, 2014 को साउथ दिल्ली के इस्लामिक सेंटर में एक बैठक बुलाई गई थी। उसमें केजरीवाल ने कहा कि सभी को अपने पैसे और संसाधनों से लोगों को बसों में भरकर लाना है और इलाके को पोस्टरों से पाट देना है। इसका मैंने विरोध किया। मैंने ये भी कहा कि अगर हमलोग भी ये सब करेंगे तो हममें और दूसरी पार्टियों में अंतर क्या रह जाएगा? मेरी और केजरीवाल में तू-तू, मैं-मैं हुई।
खन्ना का दावा है कि उन्होंने इस घटना के एक दिन बाद यानी 6 जुलाई, 2014 को पार्टी को चि_ी लिखी कि वे अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। खन्ना ने कहा, 'विधायक के नाते मेरी जिम्मेदारी थी लिहाजा मैं इस्तीफा देना नहीं चाहता था।'