Edited By ,Updated: 18 Apr, 2015 12:27 PM
पति-पत्नी का रिश्ता अटूट होता है। इस अटूट रिश्ते को बनाए रखने के लिए इस पति-पत्नी ने एक विशेष उदाहरण दिया है।
अंबाला (कमल मिड्ढा): पति-पत्नी का रिश्ता अटूट होता है। इस अटूट रिश्ते को बनाए रखने के लिए इस पति-पत्नी ने एक विशेष उदाहरण दिया है। अंबाला के अनिल चौहान जिसने अपनी मरती पत्नी को जीवन दान देने के लिए अपनी किडनी दे दी।
वो भी ऐसे में जब उसकी पत्नी को उसी के घर वालों ने किडनी डोनेट करने से मना कर दिया था। अनिल ने अपनी पत्नी रानी और 3 साल की बेटी के लिए बिना झिझके यह कर दिखाया।
जानकारी एनुसार अंबाला के रहने वाले पति-पत्नी अनिल और रानी ने उस समाज को एक बड़ा उदाहरण देने का काम किया है, जहां आज पति पत्नी या तो दहेज़ का केस लड़ रहे हैं या शक के चलते एक दुसरे के प्रति द्वेष की भावना रख रहे हैं, लेकिन अनिल ने बेटियों का कत्ल कर देने वाले समाज को कुछ सिखाने का काम जरुर किया है।
दरअसल, अनिल की शादी रानी से 8 साल पहले हुई थी। शादी के बाद अनिल के घर एक बेटी रीतिका ने जन्म लिया जो अब 3 साल की है, लेकिन डेढ़ साल पहले रानी को बीपी की शिकायत हुई और इन्फैक्शन से उसकी किडनी खराब हो गई। उसके बाद हसता खेलता परिवार दुखों में डूब गया और रानी ने अपने परिवार वालों से उसे किडनी देने की गुहार लगाई लेकिन सबने किडनी देने से मना कर दिया फिर अनिल की मां किडनी देने के लिए तैयार हुई, लेकिन डाक्टरों ने उसे अनफिट घोषित कर दिया।
पुरुष प्रधान इस समाज में अनिल ने कुछ नहीं सोचा और अपनी बीवी को मौत के मुंह से निकालने के लिए खुद की किडनी अपनी पत्नी रानी को दे दी। अनिल ने बताया कि सब कहीं से जवाब मिलने के बाद उसने ठान लिया था कि वो अपनी पत्नी को हर हालत में बचाएगा उसकी छोटी सी बेटी है।
इस ट्रांसप्लांट के बाद रानी खुश है और अब अपने पति के लिए उसके मन में और इज्जत बढ़ गई है। रानी ने कहा कि उसके पति ऐसे समय में उसका साथ दिया जब उसके खुद के घर वाले उसका साथ छोड़ गए थे उसने खुद भी अनिल को ऐसा करने से मना किया, लेकिन अनिल नही माने और जिद्द पूरी करके ही हटे अब रानी उसे बचाने की सलाह देने वाले डाक्टरों का भी धन्यवाद करती नहीं थकती।