Edited By ,Updated: 23 Apr, 2015 08:16 AM
स्टडी रूम यानी जीवन का अहम् हिस्सा जहां यूथ अपना अधिक से अधिक समय बिताते हैं। यदि यह आपको सूट न करे तो बड़ी गड़बड़ हो सकती है और आपका ध्यान पढ़ाई से हट भी सकता है।
स्टडी रूम यानी जीवन का अहम् हिस्सा जहां यूथ अपना अधिक से अधिक समय बिताते हैं। यदि यह आपको सूट न करे तो बड़ी गड़बड़ हो सकती है और आपका ध्यान पढ़ाई से हट भी सकता है। आपके बच्चों के स्टडी रूम में कहीं न कहीं से नकारात्मक ऊर्जा आ रही हो। पढ़ाई में कॉनसन्ट्रेशन बढ़ाने, याददाश्त बढ़ाने के लिए इन साधारण वास्तु टिप्स को फॉलो करें।
स्डडी रूम व्यवस्थित रखें :- रोज़ाना अपने बच्चों को स्टडी रूम को साफ करने की आदत डालें।
टेबल के सामने अपने इष्ट देवता, माता-पिता या किसी महान व्यक्ति की तस्वीर लगा सकते हैं, मगर फिल्म स्टार या बेहूदी फोटो न लगाएं।
कलर : आपके बच्चों के स्डडी रूम में लेमन यलो और वॉयलेट कलर मेमरी और कॉनसन्ट्रेशन बढ़ाने में मददगार होते हैं। आपके बच्चों के स्टडी रूम की दीवारों और टेबल-कुर्सी के लिए इन रंगों का इस्तेमाल अच्छा रहेगा।
कमरे का और स्टडी टेबल का रंग राशि के अनुसार हो
मेष और वृश्चिक सफेद व पिंक का प्रयोग करें।
वृषभ और तुला सफेद-ग्रीन का इस्तेमाल करें।
मिथुन और कन्या ग्रीन का प्रयोग करें।
सिंह ब्ल्यू का प्रयोग करें।
कर्क रेड एवं व्हाइट का प्रयोग करें।
धनु- मीन पीले-सुनहरे का प्रयोग करें।
मकर- कुंभ ब्ल्यू के सारे शेड्स का प्रयोग करें।
इन साधारण किंतु चमत्कारिक वास्तुशास्त्र सिद्धांतों के आधार पर यदि अध्ययन कक्ष का निर्माण किया जाए तो उत्तरोतर प्रगति संभव है।
पंडित ‘विशाल’ दयानंद शास्त्री
vastushastri08@gmail.com