Edited By ,Updated: 26 Apr, 2015 01:26 AM
इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जाएगा कि एक व्यक्ति 85 वर्ष से एक ही गुर्दे पर जी रहा है। गांव गज्जूगाजी के रहने वाले...
बटाला(सैंडी): इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जाएगा कि एक व्यक्ति 85 वर्ष से एक ही गुर्दे पर जी रहा है। गांव गज्जूगाजी के रहने वाले प्रीतम सिंह (85) को अचानक एक दिन स्वास्थ्य खराब होने पर इस बात का पता चला कि उसका एक ही गुर्दा है।
पत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रीतम के पुत्र सूबेदार बीर सिंह ने बताया कि उनके पिता की एक दिन अचानक सेहत खराब हो गई। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जब डाक्टरों के कहने पर उसने अपने पिता का अल्ट्रासाऊंड करवाया तो उसे पता चला कि उनका एक ही गुर्दा है और अब तक वह एक ही गुर्दे से जीवन व्यतीत कर रहे थे, जो अब खराब हो गया है।
डाक्टरों ने कह दिया है कि अब उनकी घर में सेवा करो व इनका अब कहीं उपचार नहीं है। उसने कहा कि उसके पिता वाहेगुरु की कृपा से बिल्कुल ठीक हैं और उनको अस्पताल में दाखिल करवाने की कभी जरूरत नहीं पड़ी।