Edited By ,Updated: 02 May, 2015 03:08 PM
व्यापार किसी भी व्यक्ति के लिए जीवनयापन का साधन है। कुछ लोग मेहनत तो बहुत करते हैं परंतु उन्हें मनवांछित फल नहीं मिलता। जिससे वह हताश और निराश रहने लगते हैं।
व्यापार किसी भी व्यक्ति के लिए जीवनयापन का साधन है। कुछ लोग मेहनत तो बहुत करते हैं परंतु उन्हें मनवांछित फल नहीं मिलता। जिससे वह हताश और निराश रहने लगते हैं। रूपए-पैसे की कमी होने के कारण वह व्यापार के प्रचार एवं प्रसार के लिए चाह कर भी अन्य किसी विकल्प को अपना नहीं सकते। घर पर ही यंत्र एवं मंत्र की सहायता से मनोवांछित धन और व्यापार में उन्नति पाई जा सकती है।
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी, रवि या गुरुपुष्य नक्षत्र में व्यापार वृद्धि यंत्र भोजपत्र, तांबे, चांदी या स्वर्ण पत्र पर शुभ मुहूर्त में बनवा कर इसकी पूजा-अर्चना करें। श्वेत आसन, श्वेत पुष्प, श्वेत वस्त्र का प्रयोग कर
ॐ ह्रीं श्रीं नम:
मंत्र की एक माला का जाप 21 या 51 दिन तक करने पर यंत्र सिद्ध हो जाता है। इस यंत्र को तिजोरी, अलमारी या व्यापार स्थल पर रखने से व्यापार में वृद्धि और लाभ मिलता है।
मंत्र और यंत्र को सिद्ध करने के लिए पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें। पूजन करते समय सफेद कपड़ें पहनें।