Edited By ,Updated: 05 May, 2015 03:44 PM
10 साल बाद घर लौटे पति को देख महिला के रौंगटे खड़े हो गए।
नांगल चौधरी: 10 साल बाद घर लौटे पति को देख महिला के रौंगटे खड़े हो गए। दरअसल हुआ यूं कि अमरचंद का मानसिक संतुलन खराब हो गया था।
इसी के चलते परिजनों ने उसे जयपुर स्थित एक अस्पताल में भर्ती करवाया था, किंतु उपचार का कोई लाभ नहीं होने के कारण अमरचंद 10 फरवरी 2005 को अचानक घर से लापता हो गया था। परिजनों ने विभिन्न रिश्तेदारियों में तलाश की, सुराग नहीं मिलने पर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कारवाई गई थी। परन्तु फिर भी कुछ नहीं पता चला।
इधर पत्नी ने मृत घोषित करवाकर विधवाओं को मिलने वाली सहायता हासिल कर ली थी, लेकिन 10 साल बीतने के बाद पिछले महीने अचानक से कानपुर जिले के पुरैनी गांव से लिखा हुआ पत्र मिला। पत्र में अमरचंद ने जीवित होने की पुष्टि की तथा घर आने की इच्छा जताई। पति को सामने देखकर पत्नी ने साथ रहने से साफ इंकार कर दिया।
पत्नी ने ग्रामीणों पर तंग करने के आरोप लगाए। इस पर ए.एस.आई. राजेंद्र कुमार ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर लिखित में समझौता करवाया। इसके बाद अमरचंद को उसकी पत्नी के साथ घर भेज दिया गया।
दूसरी ओर पुत्र के जीवित होने की सूचना मिलने पर 80 वर्षीय माता ग्यारसी देवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने परिजनों को जल्द अमरचंद से मिलाने की गुहार लगाई। वहीं दूसरी उसके ही पुत्र ने अमरचंद को घर में नहीं घुसने की चेतावनी दी।