Edited By ,Updated: 22 May, 2015 12:19 AM
राजग सरकार ने सत्ता में एक साल पूरा होने से ठीक पहले आज विपक्ष के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज किया कि केन्द्र सरकार 'गरीब विरोधी' है।
नई दिल्ली: राजग सरकार ने सत्ता में एक साल पूरा होने से ठीक पहले आज विपक्ष के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज किया कि केन्द्र सरकार 'गरीब विरोधी' है।
सरकार ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार विकास और सामाजिक न्याय में भरोसा रखती है और उसने संप्रग सरकार के दौरान ''फले फूले'' सांठ-गांठ वाले पूंजीवाद को खत्म किया।
दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि करीब एक साल पहले भाजपा नीत सरकार के सत्ता में आने के बाद से ''सरकारी कार्यालयों के गलियारों में अब दलाल नजर नहीं आते।''
प्रसाद ने दावा किया कि संप्रग शासन के समय दलालों का बहुत बोलबाला था और पार्टी नेता फैसलों को प्रभावित करने के लिए मंत्रियों को 'चिट' भेजते थे।
एक समाचार चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर ''अपना गुणगान'' करने का आरोप लगाया। आजाद ने कहा कि सरकार ऐसा आभास दे रही है, जैसे प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों सहित देश में जो कुछ हो रहा है, वह पहली बार हो रहा है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में एक भी केन्द्रीय मंत्री शामिल नहीं हुआ। उन्होंने इसे 'शर्मनाक' बताया।
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी कैबिनेट और उसके संचालन में मंत्रियों को बात रखने का मौका देते हैं, रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि इस आरोप में कोई सच्चाई नहीं है कि प्रधानमंत्री के पास सभी शक्तियां हैं। कुमार ने कहा कि मोदी उन्हें नए विचारों के साथ आगे आने और मुददों पर विस्तृत रूप से चर्चा करने के लिए प्रेरित करते हैं।
केन्द्र सरकार को 'सूट-बूट की सरकार' कहने पर कांग्रेस पर निशाना साधने का प्रयास करते हुए कुमार ने कहा कि संप्रग सरकार 'झूठ-लूट की सरकार' थी जबकि भाजपा सरकार घोटाला मुक्त और ईमानदार है।