Edited By ,Updated: 29 May, 2015 04:16 PM
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर तुर्की से ले आए गए कंटेनर से रेडियएक्टिव मटेरियल लीक हो रहा है। जिससे वहां काफी हड़कंप मची हुई है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम मौजूद है वहीं आस-पास के इलाकों को खाली करा लिया गया है।
नई दिल्ली: दिल्ली एयरपोर्ट पर तुर्की से लाए गए रेडियो एक्टिव पदार्थ के लीक होने से आज अफरातफरी मच गई। कुछ यात्रियों और कार्गो कर्मचारियों की आंखों में जलन शुरू होने लगी। बाद में दो कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि रेडियोएक्टिव पदार्थ का लीक रोक दिया गया है। अब चिंता की कोई बात नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाला यह रेडियोएक्टिव पदार्थ दस कंटेनर में लाए गए थे। इनमें से चार लीक कर गए। खबर मिलते ही एनडीआरएफ और एटॉमिक एनर्जी रेडिएशन की टीम मौके पर पहुंच गई। लीक का जो अमाउंट बताया गया है, उसे जानकार बेहद कम मान रहे हैं। उधर, एयरपोर्ट पर आवाजाही सामान्य हो गई है। लीक क्यों हुआ, इस बात की जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।
कौन-सा रेडियोऐक्टिव पदार्थ है यह
भारत के एटॉमिक एनर्जी रेग्युलेटरी बोर्ड (एईआरबी) के एक अधिकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर लीक हुए इस रेडियोएक्टिव पदार्थ का नाम है, सोडियम आयोडाइड 131। ये कथित तौर पर एक न्यूक्लियर मैडीसिन है। इसका इस्तेमाल कई बीमारियों जैसे कि हाइपरथाइरोएडिजम और थायरॉयड के कैंसर में होता है।
लीकेज है खतरनाक
दरअसल, इस पदार्थ को यदि प्रॉपर तरीके से सील करके न रखा जाए तो इससे लगातार निकलने वाला रेडिएशन कई तरह से खतरनाक साबित हो सकता है। यही वजह है कि हॉस्पिटल्स में हेल्थ वर्कर्स और पेशेंट्स पर इसका प्रतिकूल असर न पड़े इसके लिए पूरी एहतियात बरती जाती है। अगर ऐहतियात न बरती जाए तो इसके संपर्क में आने वाले अस्पतालों में काम करने वाले स्वास्थकर्मी और अन्य मरीजों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।