Edited By ,Updated: 02 Jun, 2015 04:20 PM
ब्रिटेन में गॉड (ईश्वर) को लेकर अनूठी लड़ाई शुरू हुई है। वहां की महिला पादरियों ने यह मुद्दा उठाया है कि गॉड को पुरुष कहें या स्त्री। मतलब उसे ‘ही’ लिखा जाए या ‘शी’?
लंदन: ब्रिटेन में गॉड (ईश्वर) को लेकर अनूठी लड़ाई शुरू हुई है। वहां की महिला पादरियों ने यह मुद्दा उठाया है कि गॉड को पुरुष कहें या स्त्री। मतलब उसे ‘ही’ लिखा जाए या ‘शी’? पादरी चाहती हैं कि प्रार्थना की भाषा बदली जाए और उसमें ‘ही’ की जगह ‘शी’ लिखा जाए, ताकि महिलाओं को बराबर का दर्जा मिल सके। इसे लेकर रविवार को ही कैंटरबरी के आर्चबिशप के घर बैठक भी हुई थी।
महिला पादरियों का तर्क है कि गॉड के लिए सिर्फ ‘ही’ लिखे जाने से महिलाओं में हीन भावना आ सकती है। पर्सी वूमन एंड चर्च (वॉच) नाम के संगठन की सदस्य एमा पर्सी ने कहा, जब हम गॉड को पुरुष बताने वाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं तो लगता है कि भगवान आदमी की तरह है और आदमी भगवान की तरह। यानी इस दुनिया में महिलाएं क्राइस्ट का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकतीं।
हिलेरी कोटन का भी कहना है कि गॉड इस सबसे ऊपर है। जब तक हम उसके लिए लैंगिक भेदभाव वाली भाषा का इस्तेमाल करेंगे उस तक पहुंच नहीं सकते। इस दिलचस्प बहस में एक सुझाव भी आया कि ‘कॉमन बुक ऑफ प्रेयर’ में एक बार ‘ही’ लिखा जाए और एक बार ‘शी’। इससे लैंगिक भेदभाव खत्म होगा और संतुलन बना रहेगा।