Edited By ,Updated: 29 Jun, 2015 03:43 PM
सिर्फ एक शौक के लिए 24 साल के पंजाबी युवक को इटली से लेकर पंजाब तक का सफर तय करना पड़ा।
चंडीगढ़: सिर्फ एक शौक के लिए 24 साल के पंजाबी युवक को इटली से लेकर पंजाब तक का सफर तय करना पड़ा। इस पंजाबी युवक को सरदार बनने का शौक था जिसके लिए उसने अपने सिख धर्म की मर्यादा को बरकरार रखते हुए पगड़ी और दाढ़ी-मूछ को अपना स्वरूप बनाया।
युवक का कहना है कि जब उसके पिता पगड़ी पहनते हैं तो वह देखता ही रह जाता और अपने मन की इच्छाओं को मार लेता। पिता और चाचा की तरह अपना रूप भी देखना चाहता था लेकिन 'क्रोमोज़ोमल डिफैक्ट' के कारण उसके शरीर में बालों का विकास नहीं हो रहा था।
उसने बताया कि कुछ साल पहले फ्रांस में पगड़ी पहनने की इजाज़त को लेकर उठे आंदोलन ने सिखी स्वरूप में आने की इच्छा को और मज़बूत बना दिया, जिस कारण हार्मोन थैरेपी से इलाज करवाने की कोशिश की लेकिन क्रोमोज़ोमल डिफैक्ट के साथ यह थैरेपी काम नहीं कर पाई।
इसके बाद उसने चंडीगढ़ आने का फैसला किया, जहां उसने सिर्फ सिख पहचान बनाने के लिए दाढ़ी की ग्राफ्टिंग करवाई। ग्राफ्टिंग करवाने के बाद उसे सिख की पहचान मिल गई है और वह अब बेहद खुश है।