Edited By ,Updated: 29 Jun, 2015 04:19 PM
एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने में लगी है तो दूसरी ओर बेटियों के साथ अत्याचार भी किए जा रहे हैं।
अंबाला: एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने में लगी है तो दूसरी ओर बेटियों के साथ अत्याचार भी किए जा रहे हैं।
दरअसल, आई.टी.आई. की एक छात्रा ममता का कहना है कि वह शहर के मिशन अस्पताल के पास महिला आईटीआई में पढ़ती है और कंप्यूटर ट्रेड के प्रथम वर्ष की छात्रा है। वह रोजाना जनसुई हेड से बस में सवार होती हैं और अग्रसेन चौक पर उतर जाती हैं। बस सुविधा के लिए उनका आई.टी.आई से बस पास बना हुआ है।
अग्रसेन चौक से उन्हें गर्ल्स आई.टी.आई. पहुंचना होता है। इस कारण अग्रसेन चौक से प्राइवेट बस में सवार हो जाती हैं। छात्रा ने बताया कि उन्हें रोडवेज के एसएस की ओर से लिखकर दिया जा चुका है कि वह निजी बस में भी पास का इस्तेमाल कर आई.टी.आई. तक जा सकती हैं। वह रोजाना की तरह अग्रसेन चौक से बस में सवार हो गई। बस फिर क्या था टिकट न लेने पर बस पास चलाने पर कंडक्टर नाराज हो गया और उसने थोड़ा आगे चलकर छात्रा को बस से धक्का दे दिया। फिलहाल उसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।