Edited By ,Updated: 30 Jun, 2015 04:17 AM
अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम गिरोह से जान से मारने की धमकी और सरकार द्वारा सुरक्षा में की गई कटौती की बदौलत ही पूर्व आई.पी.एल. आयुक्त ललित मोदी ब्रिटेन से प्रत्यर्पण से बच गए
नई दिल्ली: अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम गिरोह से जान से मारने की धमकी और सरकार द्वारा सुरक्षा में की गई कटौती की बदौलत ही पूर्व आई.पी.एल. आयुक्त ललित मोदी ब्रिटेन से प्रत्यर्पण से बच गए और वह लंदन में रह रहे हैं। ब्रिटेन के गृह विभाग ने ललित मोदी को भारत लौट जाने का निर्देश दिया था। मगर ब्रिटेन की अदालतों ने 2013 में सरकार के इस आदेश को खारिज कर दिया।
अदालतों ने भारत के सबसे खतरनाक अपराधी गैंग की तरफ से ललित मोदी को जान से मारने की मिली धमकी और भारतीय अधिकारियों द्वारा उसकी सुरक्षा में की गई कटौती को ध्यान में रखते हुए ललित को लंदन में रहने का आदेश दिया। 2010 में आई.पी.एल. का तीसरा सत्र समाप्त होने के शीघ्र बाद ही मोदी लंदन चले गए।
उस समय भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने मोदी को मनी लांड्रिग और मैच फिक्सिंग के आरोपों के आधार पर निलंबित कर दिया था। ब्रिटेन की अदालतों ने अपने आदेश में मोदी की पुलिस सुरक्षा वापस लिए जाने को भी रिकार्ड किया था। 11 मई, 2010 तक ललित की सुरक्षा के लिए 2 कारों में 8 शस्त्र पुलिस जवान तैनात थे। 2 दिन बाद भारत लौटने पर ललित ने पाया कि उसकी सुरक्षा के लिए केवल 2 ही पुलिस कर्मचारी बिना हथियार तैनात हैं। दोनों अदालतों ने कहा कि ललित को धमकियां मिलने के बावजूद सुरक्षा कटौती करना गलत है।