Edited By ,Updated: 02 Jul, 2015 05:09 PM
त्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना के तहत सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की बिक्री में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमणियन
नई दिल्ली: प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजना के तहत सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की बिक्री में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमणियन ने आज कहा कि योजना के अमल में आने से ज्यादातर छद्म लाभार्थी बाहर हो गए हैं, जिससे सब्सिडी वाले सिलैंडरों की बिक्री घट रही है।
सुब्रमणियन ने यूएनडीपी की कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘हमने पाया है कि डीबीटी योजना के तहत सब्सिडी वाले एलपीजी सिलैंडरों की बिक्री में करीब 25 प्रतिशत की कमी आई है।’’ डीबीटी के वित्तीय प्रभाव पर मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि 2014-15 में बचत 12,700 करोड़ रुपए की होगी। यह काफी पैसा है। लेकिन इस साल बचत कम यानी 6,500 करोड़ रुपए रहेगी।’’
सुब्रममणियन ने हालांकि, आगाह किया कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सही लाभार्थी इस योजना से बाहर न किए जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है कि हम लाभ को कुछ ज्यादा न आंकें और इसे करने की संभावित लागत को कम कर नहीं आंकें। डीबीटी और पहल के मामले में हमें कुछ शुरुआती प्रमाण मिले हैं जो बताते हैं कि बड़ी संख्या में लाभार्थी बाहर हुए हैं, लेकिन हम इस संभावना को नकार नहीं सकते कि कई सही लाभार्थी भी इससे बाहर हुये हैं।’’
पूर्व में पीटरसन इंस्टिट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकनॉमिक्स में वरिष्ठ फेलो रहे सुब्रमण्यन ने कहा, ‘‘हम उम्मीद कर रहे थे कि व्यावसायिक बिक्री में काफी तेजी आएगी, पर वास्तव में एेसा नहीं हुआ। इसमें सिर्फ छह प्रतिशत का इजाफा हुआ।