गैंगस्टर सुक्खा काहलवां का खास निकला पैंथे पर गोलियां चलाने वाला 'सुक्खी विधिपुरिया' (Pics)

Edited By ,Updated: 07 Jul, 2015 03:39 PM

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जालंधर की कमिश्नरेट पुलिस की सी.आई.ए. टीम ने रविवार को मुठभेड़ के बाद जिन 3 गैंगस्टर्स को दबोचा है, उन्होंने ...

जालंधर (शौरी): जालंधर की कमिश्नरेट पुलिस की सी.आई.ए. टीम ने रविवार को मुठभेड़ के बाद जिन 3 गैंगस्टर्स को दबोचा है, उन्होंने ही पिछले दिनों डिप्टी सुपरिंटैंडैंट (जेल) विक्रमजीत पैंथे पर कातिलाना हमला कर उनकी जान लेने की कोशिश की थी। तीनों गैंगस्टर्स में सुक्खा भाऊ व सुक्खी विधिपुरिया कुख्यात गैंगस्टर हैं, जिनको 20-20 साल की सजा तक हो चुकी है। पुलिस ने तीनों के पास से 2 पिस्तौल 32 बोर, 4 जिंदा कारतूस, 6 खाली कारतूस, 4 कारें जिसमें आई-20, सिटी होंडा, जेन व वरना शामिल हैं, बरामद कीं।
 
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस राजेंद्र सिंह, ए.डी.सी.पी. क्राइम जे. इलेनचेलियान, ए.डी.सी.पी. अमरीक पंवार, ए.सी.पी. रविंद्रपाल सिंह संधू, ए.सी.पी. क्राइम हरजिंद्र सिंह ने प्रैस वार्ता में बताया कि जालंधर के वैस्ट इलाके संत नगर में संदिग्ध युवकों की गतिविधियों के बारे में इनपुट मिले थे, जिनकी बिनाह पर रविवार रात को संत नगर में आप्रेशन चलाया गया। 
 
इसी आप्रेशन में ए.एस.आई. जगदेव सिंह के पेट में गोली लगी और पुलिस ने लंबी सर्च व नाकेबंदी के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खा उर्फ भाऊ पुत्र इकबाल सिंह निवासी संत नगर बस्ती शेख जालंधर, सुखजिंद्र सिंह उर्फ सुक्खी विधिपुरिया पुत्र मलकीयत सिंह निवासी विधिपुर मकसूदां थाना, फतेह सिंह उर्फ फतेह पुत्र गिरदावर सिंह निवासी भरोली थाना बहराम नवांशहर को काबू कर लिया जिनके पास से 2 पिस्तौल 32 बोर, 6 खाली कारतूस व 4 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
 
डिप्टी कमिश्नर राजेंद्र सिंह के मुताबिक, भाऊ व सुक्खी विधिपुरिया गिरोह ने डिप्टी सुपरिंटैंडैंट जेल विक्रमजीत सिंह पैंथे को गोलियां मारी थीं। पुलिस ने चारों गैगस्टरों को कोर्ट में पेश कर उनका 4 दिन का पुलिस रिमांड लिया है और उनसे गहराई से पूछताछ की जाएगी।
 
पुलिस को चकमा देने की खूब की कोशिश, लोगों ने दिया साथ
रविवार रात को आप्रेशन के दौरान दो गैंगस्टर्स ने काफी चकमा दिया। ए.सी.पी. रविंद्रपाल संधू की टीम एक घर की तलाशी लेकर अगले घर चली गई तो गैंगस्टर वापस उस घर में आ गए, जिसकी तलाशी लेकर पुलिस जा चुकी थी। गैंगस्टर सुक्खा भाऊ इलाके का पूरा भेदी था, जिस कारण वह पुलिस से दो कदम आगे था। 
 
लेकिन इलाके के लोगों व मुखबिरों ने पुलिस को इशारा किया कि भाऊ अपने साथी फतेह के साथ वापस उस घर में है, जिसकी तलाशी लेकर पुलिस निकल चुकी है। इशारा मिलते ही सी.आई.ए. एस.एच.ओ. गुरप्रीत सिंह व ए.सी.पी. रविंद्रपाल वापस उस घर में घुस गए और दोनों को काबू कर लिया।
 
तीनों बुरी तरह से घायल, पुलिस बोली धुनाई नहीं, छत से गिर कर हुए घायल
तीनों गैंगस्टर सुक्खी विधिपुरिया, भाऊ व फतेह बुरी तरह से घायल हुए हैं। उनके हाथ-पैर टूट गए हैं। उनका मैडीकल सिविल अस्पताल से करवाया गया है। डी.सी.पी. का कहना है कि तीनों एक छत से दूसरी छत पर छलांग लगाकर दौड़ रहे थे, इस दौरान ही उनकी बाजू व टांग पर चोटें लगी हैं। पुलिस ने इस बात से इंकार किया कि तीनों को सी.आई.ए. स्टाफ में लाकर धूना गया है। वहीं इस दौरान कई पुलिस मुलाजिमों को भी मामूली चोटें लगी हैं। 
 
अपराध का लेखा-जोखा....
बस्ती शेख स्थित संत नगर में रहने वाले गैंगस्टर सुक्खा भाऊ को कत्ल के मामले में 20 साल की कैद हो चुकी है। भाऊ ने ही 2010 में 15 सितंबर की रात को अपने साथी रवि के साथ मिलकर नवजोत उर्फ सरजू की गोली मार कर हत्या कर दी थी और उसकी आई-20 कार को लूट लिया था। 
 
इसके बाद रवि व सुक्खा भाऊ को अमृतसर में आप्रेशन चलाकर 24 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी केस में भाऊ को 20 साल की सजा सुनाई जा चुकी है और वह इन दिनों भटिंडा जेल में बंद था। उसको पैरोल पर छुट्टी भेजा गया था और 9 जुलाई को उसको वापस जेल जाना था। इसके अलावा भाऊ पर लूटपाट, चोरी व मारपीट के कुल 8 मामले दर्ज हैं।
 
सुक्खी विधिपुरिया के संपर्क खालिस्तान कमांडो फोर्स से भी
सुक्खी विधिपुरिया भी कम शातिर नहीं है, उसके संपर्क खालिस्तान कमांडो फोर्स के अलावा कई नामी तस्करों से भी हैं। सुखजिंद्र सिंह सुक्खी को अमृतसर पुलिस के डी.सी.पी. कौस्तूभ शर्मा ने गिरफ्तार किया था, उसका साथी जीवन सिंह और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। इस दौरान उनके पास से नशीला पाऊडर, 1.20 लाख की भारतीय करंसी के अलावा 2 पिस्तौल मिले थे। 
 
जांच में पता चला था कि पिस्तौल व हथियार खालिस्तान कमांडो फोर्स से संबंधित आतंकवादी कुलवंत सिंह वलैतिया ने उपलब्ध करवाए थे, जो नाभा जेल में बंद था। हैरोइन की डील में ही सुक्खी विधिपुरिया ने गोइंदवाल साहेब के कंवर की हत्या की थी, इसके अलावा 2009 में उसने जालंधर देहात इलाके में मकसूदां एरिया में जिम में हमला कर एक युवक के कत्ल की कोशिश की थी, जिसका मामला मकसूदां थाने में दर्ज किया गया था।  
 
विधिपुरिया पर कुल 6 मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या का केस भी है। सुक्खी विधिपुरिया 20 साल की सजा अमृतसर में काट रहा है और 26 मई को सुक्खा विधिपुरिया पुलिस हिरासत से भाग निकला था। वहीं फतेह सिंह पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज है, जिसमें वह भगौड़ा करार दिया जा चुका है।
 
जगदेव की हालत में सुधार, लुधियाना में हुआ आप्रेशन
इस मुठभेड़ में एक ए.एस.आई. जगदेव सिंह के पेट में गोली लगी है, जिसका इलाज डी.एम.सी. लुधियाना में चल रहा है। सोमवार को उसका आप्रेशन कर गोली निकाली गई। डी.सी.पी. के मुताबिक जगदेव की हालत में काफी सुधार हुआ है।
 
इलाके में दहशत का माहौल, दिन भर रहा पुलिस का पहरा
रविवार को गोलीबारी के बाद सोमवार को इलाके में दहशत का माहौल रहा। लोगों के  चेहरे पर खौफ छाया हुआ था। कई लोग तो हाथ जोड़ते ही दिख रहे थे। सोमवार को भी पुलिस की तरफ से संत नगर इलाके में जांच व सर्च अभियान चलाया गया। सी.आई.ए. इंचार्ज गुरप्रीत सिंह अपनी टीम के साथ जांच में बिजी रहे, वहीं इलाके की पुलिस संत नगर में दिन भर कई राऊंड में सर्च करती रही। पुलिस को फिलहाल 6 खाली खोल मिले हैं, जिसके  मुताबिक पुलिस का अंदाजा है कि 6 फायर उन पर चलाए गए हैं।
 
किस के कहने पर किया पैंथे पर हमला, अधिकारियों ने साधी चुप्पी
पैंथे पर हमला किसके इशारे पर किया गया है, इसको लेकर पुलिस चुप है। डी.सी.पी. राजेंद्र का कहना है कि यह जांच का विषय है, अभी कहना जल्दबाजी होगी। चर्चा तो यह भी हो रही है कि इसको लेकर पर्दे के पीछे कोई बड़ा आदमी है, जिस पर पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। पैंथे कपूरथला में तैनात हैं, सुक्खी विधिपुरिया अमृतसर जेल में था, सुक्खा भाऊ भटिंडा में है तो इस मामले में पैंथे से दोनों को क्या रंजिश है?  इसको लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
 
कमिश्नर व डी.सी.पी. की मेहनत रंग लाई
कमिश्नर ऑफ पुलिस यूरेंद्र हेयर, डी.सी.पी. राजेंद्र सिंह की मेहनत रंग लाई। दोनों अधिकारियों के लिए जालंधर में पैंथे पर कातिलाना हमला एक गंभीर चुनौती थी। इस केस को लेकर डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी से लेकर ए.डी.जी.पी. जेल मीणा तक की नजर थी और पल-पल की जानकारी हासिल की जा रही थी। रविवार को बुलेट प्रूफ जैकेट न होने के बावजूद जिस ढंग से पुलिस ने अपनी जान पर खेलकर गैंगस्टर को काबू किया है, उससे उनकी प्रशंसा जनता व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खासी हो रही है। वहीं मामला ब्रेक होने से जेल अधिकारी भी राहत की सांस ले रहे हैं।
 
सुक्खा काहलवां का खास रहा है सुक्खी विधिपुरिया गौंडर के निकट आ चुका था विधिपुरिया
पुलिस कस्टडी में गैंगस्टर के हाथों मारे गए सुक्खा काहलवां का खासमखास सुक्खी विधिपुरिया रहा है। गौंडर, सुक्खा काहलवां, सुक्खी विधिपुरिया व लवली बाबा किसी समय आपस में गहरे मित्र थे लेकिन जब इनकी आपस में बिगड़ी तो सुक्खी विधिपुरिया ने अपना गुट गौंडर की तरफ मिला लिया था। गौंडर पर ही सुक्खा काहलवां की हत्या का मामला दर्ज है और पुलिस उसको खोज रही है। 
 
अमृतसर से लाई गई थी पिस्तौल
सुक्खी विधिपुरिया व सुक्खा भाऊ ने आपस में मिलने के बाद 2 पिस्तौल अमृतसर के एक अपराधी से लिए थे। डी.सी.पी. राजेंद्र का कहना है कि जिससे पिस्तौल खरीदी गई थी, उसका पता चल चुका है। उसकी तलाश की जा रही है।
 
पैंथे से रंजिश रखता था भाऊ
मॉडल टाऊन में युवक को गोली माकर हत्या करने वाले सुखविंद्र सिंह सुक्खा उर्फ भाऊ को कपूरथला जेल रखा गया था। जहां डिप्टी सुपरिंटैंडैंट जेल विक्रमजीत सिंह पैंथे से किसी बात को लेकर उसकी अनबन हुई। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि भाऊ ने जांच में यह बात स्वीकार की है कि पैंथे ने उसे भटिंडा जेल चालान डालकर भेज दिया जबकि वह कपूरथला जेल रहना चाहता था। भाऊ के मुताबिक पैंथे ने उसे जेल में जलील भी किया था। इसी बात का बदला वह पैंथे से लेना चाहता था। इसके बाद उसने पैंथे को गोली मारी। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।

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