Edited By ,Updated: 29 Jul, 2015 12:38 PM
आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और अंशु गुप्ता को इस साल के रैमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित रमन मैग्सैसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली: आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी और अंशु गुप्ता को इस साल के रैमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित रमन मैग्सैसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। संजीव चतुर्वेदी को यह पुरस्कार सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने के लिए दिया गया है।
संजीव चतुर्वेदी देश के दूसरे सर्विंग ब्यूरोक्रेट हैं जिन्हें ये पुरस्कार दिया गया है। वहीं अंशु गुप्ता ने कॉरपोरेट की नौकरी छोड़कर 1999 में एनजीओ गूंज की स्थापना की थी। इससे पहले किरण बेदी को भी सेवा में रहते ये प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला था। 2002 बैच के वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी एम्स में कई भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने के लिए जाने जाते हैं और पिछले साल जब उन्हें एम्स के सीवीओ पद से हटाया गया तो बड़ा विवाद हुआ था।
चतुर्वेदी मूलत: हरियाणा कैडर के अफसर हैं। वहां भी उन्होंने भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर किया था। अंशु गुप्ता एनजीओ गूंज के संस्थापक हैं। उन्हें भी रैमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह संस्था गरीबों की ज़रूरतें पूरी करती है।