Edited By ,Updated: 29 Jul, 2015 10:40 PM
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार रात राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने राष्ट्रपति को सरकार के इस विचार से अवगत कराया कि 1993 के मुंबई विस्फोट मामले के दोषी याकूब मेमन की दया याचिका को खारिज किया जाए।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार रात राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने राष्ट्रपति को सरकार के इस विचार से अवगत कराया कि 1993 के मुंबई विस्फोट मामले के दोषी याकूब मेमन की दया याचिका को खारिज किया जाए। वहीं, अब राष्ट्रपति ने सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार से सलाह मांगी है।
सिंह की राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा भेजी गई दया याचिका पर शीर्ष स्तर पर विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति मंत्री-परिषद की सलाह और सहयोग से काम करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री सिंह और गृह सचिव एलसी गोयल समेत शीर्ष अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास पर इस विषय पर विचार-विमर्श किया और यह विचार बना कि राष्ट्रपति को आज दाखिल दया याचिका को खारिज करने की सलाह दी जानी चाहिए।
इस मुद्दे पर आज शाम को देर तक गहन परामर्श जारी रहा और विधि सचिव पी के मल्होत्रा ने इस विषय पर गृह सचिव के साथ विचार-विमर्श किया। इस मुद्दे पर राष्ट्रपति भवन इस पर अपना कोई न कोई फैसला आज रात तक घोषित कर सकता है क्योंकि अब वक्त नहीं बचा है। मेमन को कल सुबह ही नागपुर जेल में फांसी दी जानी है।