Edited By ,Updated: 31 Jul, 2015 03:49 PM
गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ यहां भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में आंदोलन कर रहे विद्यार्थियों को समर्थन देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ‘औसत दर्जे’ को बढावा देकर इस संस्थान का...
पुणे: गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ यहां भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में आंदोलन कर रहे विद्यार्थियों को समर्थन देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ‘औसत दर्जे’ को बढावा देकर इस संस्थान का दर्जा घटा रहा है। विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सवालिये लहजे में कहा कि क्यों इस ‘छोटे स्कूल’ ने सरकार के मन की शांति भंग कर रखी है और फिर उन्होंने यह कहते हुए आरएसएस की आलोचना की कि वह अपने विचार का प्रचार प्रसार करना चाहता है और वह प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को ‘राष्ट्रविरोधी’ बताएगा।
उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ खुले संवाद के दौरान कहा, ‘आरएसएस और उसके विचारक तंत्र में सुनियिोजित तरीके से ‘औसत दर्जे’ के लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं, वे शैक्षणिक संस्थानों के दर्जे को गिराने पर आमादा हैं, यह बस शिक्षा व्यवस्था की बात नहीं है बल्कि नौकरशाही एवं न्यायिक प्रणाली में भी एेसा हो रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘क्यों बस करीब 250 विद्यार्थियों वाला यह छोटा संस्थान सरकार के मन की शांति भंग कर रहा है। यदि विद्यार्थी उन्हें (गजेंद्र चौहान को) नहीं चाहते हैं तो स्पष्टत: उन्हें वहां नहीं होना चाहिए। यह आपपर धौंसपट्टी दिखाने का प्रयास है।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने विद्यार्थियों को उनकी आवाज संसद में उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘आरएसएस अपने विचार का प्रचार प्रसार चाहता है। वे आपको राष्ट्रविरोधी, हिंदू विरोधी कहेंगे। वे आपसे डरे हुए हैं। यह धौंसपट्टी का स्वभाव है।’ जब राहुल गांधी इस प्रतिष्ठित संस्थान में गए तब भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और काले झंडे दिखाकर ‘राहुल वापस जाओ’ के नारे लगाए. इसी दौरान वहां मौजूद एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी हाथापाई भी हुई।
एफटीआईआई के विद्यार्थी टीवी अभिनेता चौहान को इस संस्थान का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के खिलाफ 50 दिनों से हड़ताल पर हैं। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा शासन के बीच तुलना करने के लिए इस मंच का उपयोग किया कि, ‘कांग्रेस में जहां भी मुद्दा होता है, उस पर चर्चा होती है, कुछ सहमत होते हैं कुछ नहीं। लेकिन भाजपा में यदि प्रधानमंत्री ने कोई निर्णय ले लिया तब कोई कुछ नहीं कह सकता।’
विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि चौहान एवं चार अन्य नियुक्त सदस्यों में ‘पात्रता का अभाव’ है और वे आरएसएस या भाजपा के साथ अपने संबंधों की वजह से ही चुने गए हैं। राहुल गांधी ने कहा, ‘आपको बिल्कुल ही सरकार से यह पूछने का हक है कि क्यों ‘औसत दर्जे’ के लोग आपके प्रशिक्षण के लिए रखे जा रहे हैं। मैं यहां हूं क्योंकि आपकी सुनी नहीं जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘वैसे हम सरकार में नहीं हैं लेकिन यदि संस्थान का कोई निजीकरण हुआ तो मैं यहां आपके साथ बैठूंगा।’