Edited By ,Updated: 31 Jul, 2015 05:22 PM
कांग्रेस विधायक उस्मान मजीद ने 1993 मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड टाइगर मेमन से दो से तीन बार मिलने का दावा किया है।
श्रीनगरः कांग्रेस विधायक उस्मान माजीद ने न्यूज चैनल्स से बातचीत दौरान दावा किया है कि वह मुंबई हमलों के आरोपी टाइगर मेमन से कई बार मिल चुके हैं।
बताया जाता है कि टाइगर मेमन ने आई.एस.आई. के डर से पाकिस्तान छोड़ दिया और अपने भाई के आत्मसमर्पण से निराश होकर दुबई चला गया। टाइगर मेमन को डर था कि उसके भाई (याकूब) के भारतीय एजैंसियों के सामने सरैंडर करने के बाद आई.एस.आई. उसे मार देगा। इसी डर की वजह से वह पाकिस्तान से दुबई चला गया। लेकिन, आईएसआई उसे पाकिस्तान वापस ले आया।
रिपोर्ट में मजीद के हवाले से कहा गया है कि आई.एस.आई. नहीं चाहती थी कि अपने भाई याकूब मेनन की तरह टाइगर मेनन भी भारतीय अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करे इसलिए उसे दुबई से वापस पाकिस्तान ले आया।
कांग्रेस विधायक मजीद ने कहा कि याकूब मेनन के सरैंडर से पहले आईएसआई टाइगर मेनन को हर तरह की सुविधाएं दे रही थी जिसका लुत्फ टाइगर मेनन उठा भी रहा था। लेकिन, याकूब मेनन के सरेंडर के बाद आई.एस.आई. ने उसके भाई और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड टाइगर मेनन की सुविधाओं को कम कर दिया। उन्होंने दावा किया है कि इसके बाद आईएसआई ने टाइगर मेनन को घर तक उपलब्ध नहीं कराया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि याकूब के सरैंडर से पहले टाइगर मेनन के पास तीन कारें थीं लेकिन दुबई से वापस पाकिस्तान लौटने के बाद उस सिर्फ एक पुरानी कार ही उपलब्ध कराई गई। रिपोर्ट के मुताबिक मजीद से टाइगर मेमन का परिचय स्टूडेंट लिबरेशन फ्रंट (SLF) के संस्थापक और इख्वान-उल-मुस्लमीन उग्रवादी संगठन के प्रमुख हिलाल बेग ने करवाया था। माजिद ने साल 1993 के अंत में टाइगर मेमन से मुलाकात की थी।
गौरतलब है कि आतंकवाद छोड़कर मुख्यधारा की राजनीति में शामिल होने वाले मजीद 2 साल पाकिस्तान में रहे और उसके बाद भारत लौटकर उन्होंने सरैंडर किया। साल 2002 में उस्मान मजीद ने बांदीपुरा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव जीता। पी.डी.पी.-कांग्रेस गठबंधन वाली मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार में उस्मान मजीद को राज्यमंत्री बनाया गया। 2014 में मजीद ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता।