Edited By ,Updated: 03 Aug, 2015 10:51 AM
कभी आपने सुना है कि पुलिस के पास कुछ काम न हो, हैरान रह गए ये सुन कर लेकिन ये सच है इन दिनों नागौर जिले के गांव धींगावास की पुलिस के पास कोई काम नहीं है
नागौर: कभी आपने सुना है कि पुलिस के पास कुछ काम न हो, हैरान रह गए ये सुन कर लेकिन ये सच है इन दिनों नागौर जिले के गांव धींगावास की पुलिस के पास कोई काम नहीं है और ये कोई कुछ दिनों की बात नहीं बल्कि पिछले 56 साल में नागौर गांव के थाने में पुलिस के पास कोई भी मामला नहीं आया है इसलिए पुलिस को भी कोर्ट कचहरी में जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
ये गांव आसपास के गांवों के लिए भी मिसाल बना हुआ है। ऐसा नहीं कि यहां पर विवाद नहीं होते, अगर कभी ऐसा हो तो गांववाले अपने झगड़ों को चौपाल पर ही बातचीत के जरिए मिल-बैठकर सुलझा लेते हैं। दोनों पक्षों की बात सुनकर राजीनामा करवा दिया जाता है। पिछले 50 वर्षों में जमीन से जुड़ा केवल एक ही विवाद गांव में हुआ लेकिन ग्रामीणों ने इसे भी आपस मे मिल बैठकर सुलझा लिया।
इस गांव की न्यायप्रणाली देखकर हर कोई अचंभित है। ये गांव 100 साल पहले बसा था और तब यहां सिर्फ आठ घर थे। आज 800 लोगों की आबादी है। बुजुर्गों का कहना है गांव के लोग मिलजुल कर रहते हैं। यहां की शांति व्यवस्था की लोकप्रियता का आलम यह है कि पिछले दो-तीन वर्षों में दूसरे गांवों से कई लोग यहां आकर बसने लगे हैं।