Edited By ,Updated: 04 Aug, 2015 11:20 AM
26/11 हमले में कितने ही बेगुनाहो की जान गई। कितने ही लोगों ने अपनों को खो दिया, लेकिन आज भी पाकिस्तान इस हासे पर चुप्पी साधे बैठा है।
इस्लामाबाद: 26/11 हमले में कितने ही बेगुनाहो की जान गई। कितने ही लोगों ने अपनों को खो दिया, लेकिन आज भी पाकिस्तान इस हासे पर चुप्पी साधे बैठा है। इस मामले पर पाकिस्तान की फेडरल इनवेस्टिगेशन एजेंसी के डीजी रहे तारिक खोसा ने कहा है कि मुंबई (26/11) हमले में पाकिस्तान की गलती के शुरुआती प्रमाण हैं और सरकार को यह सच्चाई स्वीकार कर लेना चाहिए खोसा की ही अगुवाई में पाकिस्तान सरकार ने इस हमले की जांच कराई थी।
एक संचार पत्र में छपे लेख में खोसा ने बताया कि अब तक मिले सबूतों से पाकिस्तान की गलती पता चलती है। अब पाकिस्तान को सच का सामना करना चाहिए और अपनी गलती माननी चाहिए। उन्होंने कहा, एक देश के तौर पर अब हमें कड़वे सच का सामना करना चाहिए और अपनी जमीन से आतंकियों का खात्मा करना चाहिए।
खोसा ने लिखा कि उनके पास 7 ऐसे फैक्ट है जो साबित करते है कि पाकिस्तान ने अपनी जमीन से मुंबई हमले की साजिश रचने में सहायता की है। इसलिए उन्होंने पाकिस्तान सरकार से गुजारिश की है कि उन्हें ट्रायल में तेजी बरतकर मुंबई हमले के पीड़ितो को न्याय दिलाना चाहिए।