Edited By ,Updated: 04 Aug, 2015 05:31 PM
अफगान सरकार ने तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर के मारे जाने की खबरों के बाद अब उसके बेटे मुल्ला याकूब के मारे जाने का दावा किया है।
काबुलः अफगान सरकार ने तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर के मारे जाने की खबरों के बाद अब उसके बेटे मुल्ला याकूब के मारे जाने का दावा किया है। रिपोर्टों के अनुसार, अफगान सरकार ने मंगलवार को मुल्ला याकूब के पिछले हफ्ते पाकिस्तान के क्वेटा में मारे जाने की पुष्टि की है।
अफगानिस्तान के वोलेसी जिरगा (लॉवर हाउस ऑफ पार्लियामेंट) के डिप्टी स्पीकर ज़हीर कादरी ने इस बात की पुष्टि की है। मुल्ला याकूब की मौत को वर्तमान तालिबान प्रमुख मुल्ला मंसूर और मुल्ला याकूब के बीच सत्ता संघर्ष के नतीजे के तौर पर देखा जा रहा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि मुल्ला उमर की मौत के बाद दोनों ही तालिबान प्रमुख बनाना चाहते थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला याकूब बुधवार को मुल्ला उमर के भाई मुल्ला अब्दुल मनन के साथ क्वेटा में आयोजित एक नेतृत्व की बैठक में शामिल होने के लिए गया था। मुल्ला मंसूर के तालिबान प्रमुख बनने को लेकर कई गुटों में मतभेद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला उमर के परिवार खासकर उसका भाई और बेटा मुल्ला मंसूर के तालिबान चीफ बनने को लेकर खासा नाराज थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला याकूब बुधवार को मुल्ला उमर के भाई मुल्ला अब्दुल मनन के साथ क्वेटा में आयोजित एक नेतृत्व की बैठक में शामिल होने के लिए गया था।
हालांकि अफगान-तालिबान ने अफगान सरकार के इस दावे का खंडन किया है कि मुल्ला उमर के पुत्र मुल्ला याकूब की पाकिस्तान में एक हमले में मौत हो गई।
अफगान-तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुल्ला याकूब की मौत की खबर में कोई सच्चाई नहीं है। तालिबान के एक अन्य प्रवक्ता डॉ. अमीमुलहक ने भी कहा कि 2 दिन पहले मुल्ला याकूब से उसका संपर्क हुआ था। उसकी मौत की खबर में कोई सच्चाई नहीं है।