Edited By ,Updated: 04 Aug, 2015 09:56 PM
कांग्रेस के 25 लोकसभा सदस्यों को पांच बैठकों के लिए सस्पेंड किए जाने को सोनिया गांधी द्वारा 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिए जाने पर सरकार ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र नहीं है और इस पार्टी पर 'मां-बेटा' का हुक्म चलता है।
नई दिल्लीः कांग्रेस के 25 लोकसभा सदस्यों को पांच बैठकों के लिए सस्पेंड किए जाने को सोनिया गांधी द्वारा 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिए जाने पर सरकार ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र नहीं है और इस पार्टी पर 'मां-बेटा' का हुक्म चलता है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संसद के मॉनसून सत्र के बाधित होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी अपनी 'अयोग्यता' और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'सफलता' से अपनी 'ईर्ष्या' के कारण ऐसा कर रही है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि अगर विपक्ष संसद की कार्यवाही चलने देगा तो प्रधानमंत्री मोदी बोलेंगे। जावड़ेकर ने संसद में गतिरोध खत्म करने के लिए सरकार की ओर से किए गए कई प्रयासों का उल्लेख किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'सोनिया और राहुल गांधी गतिरोध के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। लोकसभा अध्यक्ष का 25 सदस्यों को सस्पेंड करने का फैसला उनका अधिकार है।'
उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक का विरोध करने को लेकर समाजवादी पार्टी के आठ सदस्यों को मार्शलों के जरिए सदन से बाहर किए जाने तथा कुछ दूसरे मामलों का हवाला देकर कांग्रेस पर निशाना साधा।