Edited By ,Updated: 28 Aug, 2015 03:58 PM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले पांच वर्ष के लिए युवाओं और महिलाओं के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पेयजल से जुड़ी दो लाख 70 हजार करोड़ रुपये की कार्ययोजना से संबंधित अपना 'निश्चच पत्र' जारी करते हुए कहा कि यदि उन्हें फिर से राज्य की...
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले पांच वर्ष के लिए युवाओं और महिलाओं के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पेयजल से जुड़ी दो लाख 70 हजार करोड़ रुपये की कार्ययोजना से संबंधित अपना 'निश्चच पत्र' जारी करते हुए कहा कि यदि उन्हें फिर से राज्य की सेवा का मौका मिला तो वह इसे 'मिशन मोड' में क्रियान्वित करेंगे। जिससे राज्य सर्वांगीण विकास का नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।
कुमार ने आज यहां अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में अपना सात सूत्री निश्चय पत्र जारी करते हुए कहा कि वह किसी दल, गठबंधन या सरकार की ओर से नहीं बल्कि व्यक्तिगत हैसियत से अपने अनुभवों और काम के आधार पर अगले पांच वर्ष के लिए सात सूत्री निश्चय की घोषणा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि बिहार देश के सबसे युवा बहुल राज्यों में से एक है। बिहार की नयी पीढ़ी को शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए सक्षम बनना राज्य के न्याय के साथ विकास की नीति का महत्वपूर्ण अंग है। इसलिए उन्हें फिर से मौका मिला तो युवाओं के लिए समेकित कार्ययोजना लागू की जायेगी जिसपर करीब 49 हजार 800 करोड़ रूपया खर्च संभावित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 वीं कक्षा पास कोई भी छात्र-छात्रा जो आगे उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें राज्य सरकार की ओर से 'स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड' उपलब्ध कराया जायेगा जिसके माध्यम से वे किसी भी बैंक से चार लाख रूपये तक का शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकेंगे। इस ऋण पर लगने वाले व्याज पर तीन प्रतिशत की व्याज सहायता राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों में युवाओं के लिए एक पंजीकरण एवं रोजगार परामर्श केन्द्र स्थापित किया जायेगा जहां उनका पंजीकरण होगा और रोजगार के विभिन्न अवसरों से भी उन्हें अवगत कराया जायेगा।