Edited By ,Updated: 28 Aug, 2015 06:38 PM
मौत एक सार्वभौमिक सत्य है, कब आ जाए किसी को मालूम नहीं लेकिन किसी को मौत के बाद अमरत्व प्राप्त...
नई दिल्ली: मौत एक सार्वभौमिक सत्य है, कब आ जाए किसी को मालूम नहीं लेकिन किसी को मौत के बाद अमरत्व प्राप्त हो जाता है, किसी का लोग नाम भी लेना नहीं चाहते। यहां हम आपको दो सगे भाइयों की कहानी बता रहे हैं जिनकी मौत एक ही दिन हुई,परंतु हालात अलग-अलग थे। एक भाई सऊदी एयरफोर्स के पायलट के नाते यमन में विद्रोहियों पर कार्रवाई में हिस्सा ले रहा था तो दूसरा भाई आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का आत्मघाती हमलावर था, जिसने इराक के समारा में खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। एक भाई को मौत के बाद शहीद के तौर पर नायक का दर्जा मिला तो दूसरे भाई को मौत के बाद बदनामी।
गौरतलब है कि दोनों भाइयों की पत्नियां भी गर्भवती हैं। दोनों भाइयों में से एक का नाम नस्सेर अल हर्थी था। नस्सेर सऊदी एयर फोर्स का पायलट था। पिछले सप्ताह सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए यमन में हवाई हमले करने के दौरान उसके एपेशे हेलीकॉप्टर पर विरोधी गुटों ने हमला किया जिसमें उसकी मौत हो गई। नस्सेर की मौत के कुछ ही देर बाद उसके भाई जहेर ने एक आत्मघाती कार धमाके में खुद को उड़ा लिया।
अंगे्रजी अखबार डेली की रिपोर्ट के मुताबिक जहेर समारा देश के उत्तर में एक जनरल हॉस्पिटल में नर्स के तौर पर काम करता था, लेकिन दो साल पहले वह आईएस में शामिल हो गया। उसने इस बात की जानकारी अपने भाई को दे दी थी।