पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने उड़ाना चाहती थीं इंदिरा गांधी

Edited By ,Updated: 01 Sep, 2015 10:40 AM

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वर्ष 1980 में सत्ता में वापसी करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को परमाणु हथियार क्षमताएं हासिल करने से रोकने के लिए उसके परमाणु प्रतिष्ठानों पर सैन्य हमले पर विचार किया था।

वाशिंगटन: वर्ष 1980 में सत्ता में वापसी करने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को परमाणु हथियार क्षमताएं हासिल करने से रोकने के लिए उसके परमाणु प्रतिष्ठानों पर सैन्य हमले पर विचार किया था। सी.आई.ए. के एक सार्वजनिक किए गए दस्तावेज में यह दावा किया गया है।

केन्द्रीय खुफिया एजैंसी (सी.आई.ए.) द्वारा तैयार 8 सितम्बर 1981 के ‘पाकिस्तान में परमाणु विकास पर भारत की प्रतिक्रिया’ शीर्षक के दस्तावेज में कहा गया कि तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री ने यह विचार उस समय किया जब अमरीका पाकिस्तान को लड़ाकू विमान एफ 16 बेचने के अंतिम चरण में था।

सी.आई.ए. की वैबसाइट पर इस साल जून में 12 पृष्ठों के दस्तावेज का संपादित संस्करण डाला गया जिसके अनुसार वर्ष 1981 में इंदिरा गांधी नीत तत्कालीन भारत सरकार पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम की प्रगति को लेकर चितिंत थी और उसका मानना था कि इस्लामाबाद परमाणु हथियार हासिल करने के करीब है। अमरीका का भी इसी तरह का आकलन था।

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