सूखे की आशंका से ग्वार उछला

Edited By ,Updated: 01 Sep, 2015 04:51 PM

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देश में ग्वार का उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य राजस्थान में अगस्त में बारिश न होने के कारण ग्वार की फसल प्रभावित होने की आशंका है।

मुंबईः देश में ग्वार का उत्पादन करने वाले प्रमुख राज्य राजस्थान में अगस्त में बारिश न होने के कारण ग्वार की फसल प्रभावित होने की आशंका है। सूखे के डर से ग्वार गरम होने लगा है। पिछले 15 दिनों में ग्वार की कीमतों में करीब 25 फीसदी की बढ़ौतरी हो चुकी है। जून-जुलाई में ग्वार उत्पादक इलाकों में अच्छी बारिश होने के कारण ग्वार की बुआई बेहतर हुई थी। लंबे समय से मंदी की गिरफ्त में चल रहे ग्वार के लगता है दोबारा अच्छे दिन आने वाले हैं। सोमवार को वायदा बाजार में ग्वार गम की कीमतें 6 फीसदी तक उछल गईं। जबकि ग्वार सीड की कीमतें 4 फीसदी तक मजबूत हुईं। 

एनसीडीईएक्स में ग्वार गम अक्तूबर अनुबंध 520 रुपए बढ़कर 9,320 रुपए प्रति क्विंटल हो गया जबकि जनवरी 2016 अनुबंध 540 रुपए मजबूत होकर 9,590 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। ग्वार गम की तरह ग्वार सीड की कीमतें भी तेजी पर सवार होकर 4,000 रुपए प्रति क्विंटल के पार पहुंच गईं। 

12 अगस्त ग्वार सीड की कीमतें गिरकर 3450 रुपए और ग्वार गम 7,560 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गया था। वायदा बाजार की तरह हाजिर बाजार में भी ग्वार और ग्वार गम की कीमतों में मजबूती देखने को मिली। हाजिर बाजार में ग्वार गम के दाम बढ़कर 9,600 रुपए प्रति क्विंटल और ग्वार सीड का भाव 4,100 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। जबकि हाजिर बाजार में 12 अगस्त को ग्वार सीड की कीमत 3,400 रुपए और ग्वार गम के दाम 7,500 रुपए प्रति क्विंटल  के नीचे पहुंच गए थे।

विदेश से मांग कमजोर होने और अच्छे मानसून के कारण इस साल ग्वार की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिली थी। ग्वार के दामों में इस साल करीब 200 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी थी लेकिन पिछले 12 अगस्त के बाद कीमतों में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। इस पर बीकानेर उद्योग मंडल के प्रवक्ता पुखराज चोपड़ा कहते हैं कि पिछले 20 दिनों से बारिश नहीं हुई है जबकि तापमान बढ़ा है जिसके कारण असिंचित इलाकों की फसल पर सूखे का खतरा मंडराने लगा है। 

बारिश न होने के कारण फसल सूख सकती है और इसी अंदेशे के चलते बाजार में मांग बढ़ी है। जिससे कीमतें बढ़ रही हैं। चोपड़ा कहते हैं कि हालांकि अभी भी विदेशी मांग नहीं है, चीन की मंदी का असर भी है जिसके कारण कीमतें बहुत ज्यादा ऊपर नहीं जाएंगी। 

ग्वार कारोबारियों के अनुसार राजस्थान के साथ गुजरात के ग्वार उत्पादक इलाके भी कम बारिश का शिकार हो रहे हैं। जिसके कारण ग्वार की फसल कमजोर हो रही है ऐसे में अगले 10 दिन बारिश नहीं होती है तो करीब 50 फीसदी ग्वार की फसल खराब होने की आशंका जताई जा रही है। इसीलिए बाजार में ग्वार की खरीदारी बढ़ गई है लेकिन अगले तीन-चार दिनों में बारिश हो जाती है तो ग्वार की कीमतें शांत हो जाएंगी। 

ग्वार गम उतार-चढ़ाव के साथ 10 हजार के नीचे ही कारोबार करता रहेगा जबकि ग्वार सीड की कीमत 4,200 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रहेगी। गौरतलब है कि जून और जुलाई में अच्छी बारिश होने के कारण इस साल राजस्थान में 40 लाख हैक्टेयर ग्वार की बुआई हुई है। बेहतर बुआई होने के कारण इस बार ग्वार की रिकॉर्ड पैदावार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राजस्थान में 2013-14 में 28 लाख टन ग्वार की रिकॉर्ड पैदावार हुई थी। 

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