Edited By ,Updated: 03 Sep, 2015 08:14 PM
भाजपा ने आज कहा कि विपक्षी ‘‘महा गठबंधन’’ एक ‘‘डूबता जहाज’’ है, जिससे समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सबसे पहले कूदकर खुद और अपनी पार्टी को बचा लिया।
पटना: भाजपा ने आज कहा कि विपक्षी ‘‘महा गठबंधन’’ एक ‘‘डूबता जहाज’’ है, जिससे समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सबसे पहले कूदकर खुद और अपनी पार्टी को बचा लिया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब यह साबित हो गया है कि महागठबंधन डूबता जहाज है। यादव इससे सबसे पहले कूद गए क्योंकि डूबते जहाज पर कोई भी नहीं रहना चाहता। लगता है कि गठबंधन की स्वाभिमान रैली के बाद उनका स्वाभिमान जगा।’’
महागठबंधन से सपा के हटने पर खुशी जाहिर करते हुए हुसैन ने कहा कि यादव को समझना चाहिए कि गठबंधन के वरिष्ठ नेता जिन्होंने राममनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण जैसे समाजवादी नेताओं के साथ काम किया है वे अपनी धुर विरोधी कांग्रेस के साथ गठबंधन को तैयार नहीं हैं। हुसैन ने कहा, ‘‘भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बड़ी रैली यादव के लिए आंखे खोलने वाली थी। उन्होंने समझा होगा कि महागठबंधन के बिहार में जीतने की कोई संभावना नहीं है और हार से उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी पर असर होगा।’’ महागठबंधन में जद यू, राजद, सपा सहित जनता परिवार के छह दल शामिल हुए थे जिसका गठन बिहार के मुयमंत्र और जद यू नेता नीतीश कुमार की पहल पर किया गया ताकि इस वर्ष अक्तूबर... नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा नीत राजग के समक्ष चुनौती पेश की जा सके।
यादव को सर्वसमति से इसका अध्यक्ष स्वीकार किया गया। हुसैन ने राजद उपाध्यक्ष रघुनाथ झा के पार्टी छोडऩे की आेर इशारा करते हुए कहा कि यह महागठबंधन के खत्म होने की शुरूआत है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में और लोग छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष को इसे महागठबंधन कहना बंद करना चाहिए। इसमें महा कुछ भी नहीं है। मोदी की भागलपुर रैली राजनीतिक सूनामी थी और गठबंधन को लगा कि इससे राज्य में जद यू और राजद का खात्मा हो जाएगा।’’