Edited By ,Updated: 26 Nov, 2015 12:51 PM
केजरीवाल सरकार ने पहले संविधान दिवस पर दिए गए विज्ञापन में गलतियां होने पर माफी मांगी है। दरअसल, गुरुवार को मनाए जा रहे पहले संविधान दिवस पर दिल्ली सरकार ने एक विज्ञापन जारी किया था।
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने संविधान दिवस पर अपने प्रिंट विज्ञापनों में प्रस्तावना में से ‘‘समाजवादी’’ और ‘‘धर्मनिरपेक्ष’’ शब्द छूट जाने पर आज इस भूल के लिए माफी मांगी और इसपर कठोर रूख अपनाते हुए यह पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं कि क्या इसके पीछे किसी की ‘‘शरारत’’ है।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने संविधान पारित किए जाने की याद में अंग्रेजी विज्ञापन छपवाएं हैं जो आज के समाचार पत्रों में छपे है। इनमें संविधान की प्रस्तावना का मजमून लिखा हुआ है लेकिन इसकी विषय वस्तु में से दो शब्द गायब हैं। केजरीवाल सरकार ने एक बयान में कहा कि दिल्ली सरकार बुधवार को संविधान दिवस के अवसर पर अंग्रेजी समाचार पत्रों में छपे अपने विज्ञापनों में शब्दों के छूट जाने की भूल के लिए माफी मांगती है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी विज्ञापन में छपे मजमून में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द भूलवश छूट गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले में कड़ा रख अपनाया है और सूचना एवं प्रचार निदेशक को जांच करने और चार दिनों में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। निदेशक को यह पता लगाने को कहा गया है कि संविधान की प्रस्तावना के इतने महत्वपूर्ण अंश कैसे छूट गए। सरकार ने कहा कि जांच इस संबंध में केंद्रित होगी कि इसके पीछे किसी ने शरारत तो नहीं की है।